


“यह पूरे नारी समाज का अपमान, नहीं सहेंगे ऐसी सोच” – बिहार महिला समाज
भागलपुर। इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस वीरेंद्र कुमार की एक कथित टिप्पणी के खिलाफ गुरुवार को भागलपुर में महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा। बिहार महिला समाज के बैनर तले दर्जनों महिलाओं ने समाहरणालय चौक पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए न्यायमूर्ति का पुतला फूंका और उनके खिलाफ नारेबाजी की।
महिलाओं का आक्रोश उस फैसले को लेकर था, जिसमें कथित तौर पर जस्टिस वीरेंद्र कुमार ने कहा कि “महिला को टच करना और कपड़े उतरवाना दुष्कर्म की श्रेणी में नहीं आता।” इस टिप्पणी को प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने न केवल संविधान विरोधी, बल्कि नारी गरिमा के खिलाफ बताया।

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही सामाजिक कार्यकर्ता ऊषा कुमारी ने कहा, “जब देश की सर्वोच्च पद पर एक महिला राष्ट्रपति के रूप में मौजूद हैं, ऐसे में यह बयान केवल आम महिलाओं का नहीं, बल्कि पूरे नारी समाज का अपमान है। हम इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि न्यायमूर्ति वीरेंद्र कुमार इस टिप्पणी को वापस नहीं लेते और सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तो यह आंदोलन राज्य भर में फैलकर राष्ट्रीय स्तर पर पहुँच जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसी मानसिकता समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए खतरा है।