भागलपुर / निभाष मोदी
भागलपुर शहर के बीचोबीच घनी आबादी वाले जगहों में जहां तकरीबन 5 हॉस्पिटल ,चार विद्यालय, एनसीसी कार्यालय ,स्काउट गाइड कार्यालय, कला केंद्र, मंदिर व दरगाह हैं वहां नगर निगम कूड़ा डंपिंग जोन बनाने जा रही है जिसको लेकर भागलपुर शहर के कई संस्थानों द्वारा आज विरोध प्रदर्शन किया गया, विरोध प्रदर्शन के बाद हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई बूढ़े बच्चे जवान सबों ने मानव श्रृंखला बनाकर नगर निगम को अपने ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए यह निवेदन किया कि शहर के पॉश इलाके में जहां घनी आबादी है और शहर का एकमात्र पार्क है जहां लोग सुबह शाम शुद्ध हवा लेने आते हैं वह है लाजपत पार्क उसके पास पूरे शहर का कूड़ा डंपिंग जोन ना बनाएं।
बताते चलें कि पिछले साल भी किसी तरह काफी मशक्कत के बाद यहां से कूड़ा डंपिंग जोन को हटाया गया था इसके लिए कई तरह के चित्रकारी एवं स्लोगन दीवारों में बनाए गए थे इएवं, ही नहीं प्रधानमंत्री के चित्रों के साथ उनके स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत के स्लोगन को भी लिखा गया था परंतु फिर से यह कूड़ा डंपिंग जोन बन जाने से शायद भागलपुर के ह्रदय स्थली लाजपत पार्क व उनके आसपास जितने हॉस्पिटल स्कूल मंदिर मस्जिद व कार्यालय है सभी पर्यावरण से दूषित रहेंगे।
आज इसके विरोध में भागलपुर शहर के कई स्कूल के बच्चे कई संस्थान के कार्यकर्ता व गणमान्य समाजसेवी शिक्षाविद चिकित्सकों ने मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन जाहिर किया, शहरवासियों का कहना है की भागलपुर स्मार्ट सिटी के दर्जे में रखा गया है और यहां के लोग अगर दूषित हवा ग्रहण करेंगे तो यह कैसा स्मार्ट सिटी का निर्माण हो रहा है? कुछ समाजसेवियों ने कहा अगर कूड़ा डंपिंग ही करना है तो उस शहर से बाहर कुछ जगहों को चिन्हित कर वहां डंपिंग कराया जाए, शहर के बीचोबीच कूड़ा डंपिंग होने से कई तरह की बीमारियां फैलेगी और भागलपुर के हृदय स्थली लाजपत पार्क में आने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। सुबह और शाम जो लोग यहां टहलने आते हैं उन्हें 14 वा मिल पाती है वह भी उन्हें नसीब नहीं हो पाएगा।