सेवानिवृत्त कर्मी ने सम्मान व सेवांत लाभ लेने से किया इनकार
भागलपुर/निभाष मोदी
भागलपुर।तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय का 63 वां स्थापना दिवस समारोह आज सीनेट हॉल में धूमधाम से मनाया गया। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस 2 साल से वृहत स्तर पर नहीं मनाया जा रहा था। इस बार 2 साल बाद फिर से विश्वविद्यालय का 63 वां स्थापना दिवस मनाया गया।भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त दया निधान पाण्डेय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे ।जबकि टीएमबीयू के पूर्व कुलपति प्रो. क्षमेंद्र कुमार सिंह और केंद्रीय विश्वविद्यालय रांची के पूर्व वीसी प्रो. नन्द कुमार यादव इंदु को विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह में उपस्थित थे।
स्थापना दिवस कार्यक्रम की शुरुआत प्रशासनिक भवन परिसर स्थित अमर शहीद तिलकामांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ किया गया। इसके बाद कुलध्वजारोहण किया गया फिर पीजी संगीत विभाग की छात्राओं के द्वारा कुलगीत और स्वागत गान की प्रस्तुति हुई। जबकि स्थापना दिवस समारोह की अध्यक्षता तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति (प्रोवीसी) प्रो. रमेश कुमार कर रहे थे। कार्यक्रम की शुरुआत सामूहिक रुप से दीप प्रज्वलन कर किया गया।
टीएमबीयू के कुलसचिव डॉ निरंजन प्रसाद यादव द्वारा स्वागत भाषण और वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसमें विश्वविद्यालय के शैक्षणिक, प्रशासनिक गतिविधियों और विकास के प्रतिवेदन शामिल थे। मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों ने भी अपने संबोधन में अपने उद्गार व्यक्त किए। उद्गार में शिक्षा व्यबस्था को सुदृर करने, स्थाई कुलपति को लाने और नवीन व आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही गई।
मौके पर अवकाश प्राप्त कर्मचारियों को विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित करने के लिए उनका नाम पुकारा जा रहा था लेकिन कोई भी मंच पर सम्मान लेने नहीं आए। एक सुर में सबों ने स्थाई कुलपति लाने और लचर व्यवस्था को दुरुस्त करने की बात कही।
वहीं कार्यक्रम के अंत में
धन्यवाद ज्ञापन डीएसडब्लू प्रो. राम प्रवेश सिंह ने किया और सामूहिक राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन हुआ।स्थापना दिवस कार्यक्रम में डीएसडब्लू प्रो. राम प्रवेश सिंह, कुलसचिव डॉ निरंजन प्रसाद यादव, खेल सचिव डॉ सुनील कुमार सिंह, डीओ अनिल सिंह, विवि अभियंता संजय यादव सहित कई अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र- छात्राएं काफी संख्या में उपस्थित थे।