कोलकाता / भागलपुर । मालदा टाउन के मंडल रेलवे अस्पताल (डीआरएच) में शुक्रवार को एक अग्रणी सर्जिकल प्रक्रिया सफलतापूर्वक की गई। बैंकार्ट घाव के साथ दाहिने कंधे की बार-बार होने वाली अव्यवस्था से पीड़ित एक 34 वर्षीय रेलवे कर्मचारी ने लेटरजेट प्रक्रिया करवाई। इस विशेष सर्जरी में ऑस्टियोटोमाइज्ड कोरैकॉइड का पूर्वकाल ट्रांसपोज़िशन शामिल था, जो संयुक्त कण्डरा को ग्लेनॉइड के पूर्ववर्ती भाग तक ले जाता था। आदरणीय मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुपा घोष की निरंतर प्रेरणा और मार्गदर्शन में सर्जरी की गई।
अढ़ाई घंटे तक चलने वाली यह प्रक्रिया डॉ. एस. बनर्जी (डीएमओ/ऑर्थो/एमएलडीटी) के नेतृत्व में एनेस्थेटिस्ट डॉ. पी.पी. भट्टाचार्य (डीएमओ/एनेस्थेटिस्ट/एमएलडीटी) के सहयोग द्वारा संपन्न हुई। मरीज अब स्थिर स्थिति में है और कंधे के बाहरी घुमाव को स्थिर करने के लिए उन्हें छह सप्ताह तक कंधे के इम्मोबिलाइज़र में रखा जाएगा। इसके बाद कंधे के कार्यक्षमता को पूरी तरह से ठीक करने के लिए सौम्य फिजियोथेरेपी की व्यवस्था की जाएगी।