पांच दिवसीय श्री हरि कथा में कई क्षेत्र से पहुंचे लोग
बिहपुर – दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा मड़वा थाना बिहपुर , भागलपुर आयोजित पांच दिवसीय श्री हरि कथा के प्रथम दिन सर्वश्री आशुतोष महाराज जी के शिष्या साध्वी शीतली भारती ने श्री हरि की सरल,सारगर्भित और आध्यात्मिक विवेचना से परिपूर्ण कथा का वाचन करते हुए कहा की श्री हरि अनंत है और उनकी कथा भी अनंत है.यूं तो प्रभु अनेकों रूप में इस धरा पर आए लेकिन प्रभु का दशावतार मुख्य रूप माना जाता है. श्री हरि का धरा पर प्रकटीकरण के यूं तो अनेकों कारण है और सभी परम विलक्षण है.
त्रेता में भगवान राम ने जहां वन प्रदेश में छिपे दैत्यों का वध किया वही हनुमान और तारा जैसे भक्तों को विमल विलोचन प्रदान कर अपने विराट रूप का दर्शन भी कराया वही द्वापर में एक तरफ श्री कृष्ण में पूतना, कंस, शिशुपाल आदि प्रवृत्तियों का नाश किया वही कुरुक्षेत्र की भूमि में अर्जुन को दिव्य दृष्टि द्वारा विराट रूप का दर्शन भी कराया। समय चक्र घूमता रहा कलयुग में आते आते राक्षसी प्रवृत्तियां किसी खास वर्ग तक सीमित नहीं रही. अपितु समस्त नर नारियों के हृदय को कलुषित करने लगी इसलिए कलयुग के अवतारी महापुरुषों ने दुराचारियों के हृदय परिवर्तन पर बल दिया और इस कार्य के लिए ब्रह्म ज्ञान को अपना अस्त्र बनाया।
सज्जन ठग, अंगुलिमाल, पिंगला वेश्या आदि के हृदय को ज्ञान द्वारा परिवर्तित कर उसे सच्चा मानव, सच्चे भक्त की श्रेणी में ला खड़ा कर दिया. साध्वी जी ने कहा कि प्रभु की कथा में छिपे बहुमूल्य सूत्र ना केवल वृद्ध वर्गों के लिए अपितु युवाओं और बच्चों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां हर ओर तनाव और अवसाद ने विशेष जगह बना ली है ऐसी स्थिति में प्रभु की कथा हमें वह दिशा प्रदान करती है जो हमारी जिंदगी की दशा को बदल देती है. शिष्य स्वामी संसदानंद जी ने कहा कि आज के इस युग में इंसान बौद्धिक विकास,
मानसिक विकास, शारीरिक विकास की ओर तो जागरूक है पर आत्मिक विकास के अभाव में इंसान पतन की ओर जा रहा है. पूर्ण संत मानव को आत्मिक तौर पर जगा कर श्रेष्ठ समाज का निर्माण करते हैं कार्यक्रम में गायक गोपाल जी तबले पर रामचंद्र संजय जी, शंकर जी,, धीरज, साध्वी ममता और सुमति भारती थे. वहीं दीपज्जल कार्यक्रम सरपंच प्रतिनिधि मनोहर चौधरी , युवा मोर्चा भाजपा के जिलाध्यक्ष रुपेश कुमार रुप , रमेश चंद्र सिंह ,मदन राय सहित मड़वा ग्राम पंचायत समस्त लोगों की अहम भूमिका थी