नवगछिया के युवक ने कहा पुलिस वाले ने ले ली मेरे बच्चे की जान
एंकर व्यू —बीते दिन सरकारी बस स्टैंड तिलकामांझी के पास घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा पुलिस वाले और एक युवक के बीच होते दिखी। दवा लाने जा रहे एक युवक जैसे ही सरकारी बस स्टैंड के पास पहुंचा वहां मास्क चेकिंग हो रहा था और इसी दौरान उन्हें मास्क नहीं पहने रहने के कारण रोका गया पहले तो उस युवक ने चालान देने में आनाकानी की फिर ।
जबरदस्ती करने पर उसने चालान दिया और उससे 50 रूपए का चालान काटा गया। जैसे ही उसने चालान भरा उसके बाद बाइक थोड़ा ही दूर आगे बढ़ाने के साथ वह युवक पुलिस वालों को और मास्क चेकिंग करने वाले अधिकारियों को बड़े ही रूड स्वभाव में कहा कि यह सब आपलोग पुलिसिया गुंडागर्दी कर रहे हैं यह सब नहीं चलेगा।
तभी फिर से पुलिस वाले ने उसे जबरन पकड़ा और उसके गाड़ी को जप्त करने लगा जैसे ही गाड़ी जप्त करने की कोशिश ही कर रहे थे पुलिस वाले कि उसने पुलिस वाले से ही पुलिस वाले के बैच के बारे में पूछने लगा कि आप पुलिस वाले हैं आपका बैच कहां है। पुलिस फिर भी समझाते रही लेकिन वह नहीं माना।
जब पुलिस उनके मोटरसाइकिल को नहीं छोड़ने लगे, मोटरसाइकिल थाना में ले जाने की बात करने लगे तब उन्होंने कहा कि मेरी बच्ची हॉस्पिटल में एडमिट है और मैं दवा लाने जा रहा हूं मुझे छोड़िए। पुलिस वाले का कहना हुआ मैं मरीज को तो नहीं पकड़ा हूं न। मैं आपको पकड़ कर रखा हूं, और पकड़ने का कारण बताया गया कि आप पुलिस से बदतमीजी से पेश आये हैं और सरकार के काम में दखलंदाजी कर रहे थे, इसलिए मैं पकड़ कर रखा हूं।
युवक का कहना हुआ पुलिस वाले ने मुझे गाली दी है लेकिन पुलिस वालों का कहना हुआ हम सभी गाली क्यों देंगे अगर कोई सबूत है तो दिखाइए मैंने गाली दिया है। पुलिस वाले से पूछे जाने पर उनका कहना हुआ कि यह बहुत ही बदतमीजी से पुलिस वाले से पेश आ रहे थे। उस युवक ने तो गुस्से गुस्से में आकर यह भी कह दिया कि मैं आपसे ज्यादा कमाता हूं।
काफी हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा तभी गस्ती से और भी पुलिसकर्मी आए लेकिन वह व्यक्ति डटा रहा।कुछ देर बाद एक फोन आता है और उस फोन में उस लड़के की पत्नी पुलिस अधिकारी से बात करती है और कहती है कि हमारे बच्चे की तबीयत काफी खराब है प्लीज इसे छोड़ दिया जाए, पुलिस वाले फिर छोड़ देते लेकिन वह युवक जरा भी पुलिस वालों से ठीक से बात नहीं कर रहा था, उस युवक का कहना हुआ मेरी भाषा ही ऐसी है मैं ऐसे ही बात करता हूं।
पुलिस वालों पर वह आरोप लगा रहा था कि वह मुझे गाली क्यों दिया, लेकिन पुलिस वाले का बार-बार कहना हो रहा था कि हम सब इसे गाली क्यों देंगे। मुझे मास्क चेकिंग के लिए ड्यूटी लगाई गई है मैं मास्क चेकिंग कर रहा था उसी क्रम में इस व्यक्ति को पकड़ा हूं। इस व्यक्ति के पास ना तो हेलमेट थी ना लाइसेंस था ना ही मास्क पहने हुए थे।
बस 50 रूपए लेकर इसे छोड़ दिया गया, फिर पुलिस वालों से बदतमीजी क्यों। यह हाई वोल्टेज ड्रामा चल ही रहा था कि तभी फिर दूसरा कॉल आता है कि उस युवक की बच्ची का देहांत हो गया, तब आनन-फानन में वह बाइक उठा कर व्यक्ति निकल पड़े और पुलिस भी अपने काम में लग गई। दवा लाने जा रहा यह युवक जो बिना मास्क के था पुलिस वाले ने उसे जो पकड़ा तो यह युवक कारण यही बता रहा है कि पुलिस वालों के कारण मेरी गर्भवती भावज शिशु की मौत हो गई।
इस बाबत यह यूवक इस्माइलपुर के भट्ठा गांव निवासी गुड्डू यादव ने एसएसपी को आवेदन देकर चेकिंग करने वाले पुलिस वालों पर कार्रवाई की मांग की है। गुड्डू का कहना है कि हड़बड़ी में वह मास्क पहनना भूल गया था। पुलिस ने चेकिंग में पकड़ा तो उसने मास्क नहीं पहने का जुर्माना भी दिया। इस दौरान पुलिस वालों ने उसकी बक झग हो गई तो उसे देर तक रोके रखा। युवक ने कहां कि मैं आरजू मिल्लत की है और कहा कि मैं दवा लाने जा रहा था और मरीज की हालत गंभीर है फिर भी पुलिस वालों को उस पर रहम नहीं आया।
कुछ देर बाद युवक को अस्पताल से फोन आया कि बच्ची की मौत हो गई है तब युवक जबरन पुलिस वाले के चंगुल से भागकर अस्पताल पहुंचा। एसएसपी से गुहार लगाने गए यह युवक का सिर्फ एक ही कहना हुआ कि पुलिस वाले के चलते मेरे बच्चे की जान चली गई, पुलिस वाले ने मेरे बच्चे की जान ले ली, अगर मुझे समय पर छोड़ दिया होता तो मैं अपने बच्चे को बचा लेता। वहीं दूसरी तरफ पुलिस वाले का भी सिर्फ यही कहना है की उस युवक ने सरकारी काम में दखलंदाजी के चलते और पुलिस से गलत तरीके से व्यवहार करने के चलते उसे रोका गया। वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी के आदेशानुसार एसडीओ भागलपुर के द्वारा नियुक्त पदाधिकारी राकेश कुमार जो मास्क चेकिंग अभियान में पैसे वसूल रहे थे उनका भी कहना हुआ पहले तो यह युवक पैसा नहीं देना चाह रहा था, फिर मैंने कहा आपने मास्क नहीं पहना है इसलिए मैं तो 50 रूपए का दण्ड लेकर ही रहूंगा, तब वह जबरन पैसे दिए और दूर जाकर अभद्र शब्दों का व्यवहार किया तभी पुलिस वाले ने इसे फिर से धर दबोचा।