रास्ता विवाद को लेकर सुबह में हुई थी मारपीट की घटना
2 हत्या आरोपितों को पुलिस ने लिया हिरासत
खरीक प्रतिनिधि:खरीक थाना क्षेत्र के अकीदत्तपुर पंचायत अंतर्गत सुंगठिया गांव में मंगलवार की सुबह करीब 8:00 बजे रास्ता विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट की हिंसक घटना हुई जिसमें एक पक्ष के लोगों ने जान मारने की नियत से धारदार कुदाल और खंती लोहे की रॉड से सुंगठिया के सुबोध मंडल 55 वर्ष के सर पर कई धारदार प्रहार कर मौके पर ही हत्या कर दी.घटना की सूचना मिलने पर खरीक पुलिस स्थल पर पहुंचकर खून से सनी कुदाली और अन्य धारदार हथियार बरामद किया है.खरीक पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया.इस संदर्भ में पीड़ित पक्ष की ओर से खरीक थाना में इरादतन हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है जिसमें उसी गांव के पड़ोसी छतरी मंडल,अरविंद मंडल,लूखो मंडल,गोपाल मंडल,संजय मंडल समेत अन्य को आरोपी बनाया है.खरीक पुलिस ने दो आरोपितों को मौके पर हिरासत में ले लिया है और अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
रास्ता के लिए निजी जमीन नही देने पर सुबोध की कर दी हत्या
सुबोध मंडल और छतरी मंडल के बीच बीते कई दिनों से रास्ता को लेकर विवाद चल रहा था.रास्ता की जमीन पर आरोपित लोगों ने घर बना लिया है.चौड़ी सड़क बनाने के लिए आरोपित मृतक सुबोध मंडल की जमीन उपयोग में लाना चाह रहा था यह सुबोध को मंजूर नही था.जबरियासुबोध की निजी जमीन सड़क के लिए कब्जाने को लेकर दोनों पक्ष के बीच उस समय हिंसक मारपीट की घटना हुई जब सुबोध के घर में कोई भी पुरुष सदस्य मौजूद नहीं था. सुबोध मंडल को अकेला देखकर आरोपित पक्षों ने एकजुट होकर सुबोध के सर पर खंती और धारदार कुदाली से मारपीट करना शुरू कर दिया.मृतक की पत्नी सुमित्रा देवी ने बताया कि जान मारने की नीयत से छतरी मंडल,अरविंद मंडल,लूखो मंडल गोपाली मंडल,संजय मंडल समेत अन्य परिवार के लोगों ने एकजुट होकर खंती और धारदार कुदाली से मारपीट करना शुरू कर दिया. सुमित्रा अपने पति सुबोध मंडल को बचाने के लिए आगे बढ़ी और हर संभव प्रयास की लेकिन दरिंदों के सामने एक नही चली.सभी आरोपितों ने उसके पति को उससे छीन लिया और उसे धक्का देकर गिरा दिया उसके बाद अरविंद मंडल समेत आरोपितों ने मिलकर सुबोध मंडल के सर पर धारदार कुदाली और खंती से कई बार जोरदार प्रहार किया जिससे मौके पर सुबोध मंडल की मौत हो गयी.घर पर कोई पुरुष सदस्य नहीं होने की वजह से उसे बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया.
हत्या के वक्त सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ थी मौजूद
जिस समय आरोपितों ने एकजुट होकर सुबोध मंडल पर जान मारने की नीयत से कुदाली और खंती से जानलेवा प्रहार कर रहा था उस समय गांव के तकरीबन 100 से अधिक लोगों की भीड़ तमशबीन खड़ी थी.आरोपियों की हिंसक प्रहार से बचने और बचाने के लिए चीखता रहा लेकिन तमाशबीन ग्रामीणों और ग्राम कचहरी सदस्यों की ओर से मदद के लिए एक हाथ भी आगे नही बढ़ा.
मृतक की पत्नी सुमित्रा और पतोहू को इस बात का मलाल है कि जिस समय आरोपित हत्या की वारदात को अंजाम दे रहा था.उस समय भीड़ में से एक भी व्यक्ति उसके पति और ससुर को बचाने आगे नही आये.
ग्राम कचहरी भी नहीं सुलझा सका मामला
परिजनों ने बताया कि ग्राम कचहरी यदि विवाद को सुलझा देते तो सुबोध की जान बच जाती. लेकिन ग्राम कचहरी सदस्य तमाशबीन बनी हुई थी
मृतक मजदूरी कर परिवार का कर रहा था भरण पोषण
परिजनों ने बताया कि मृतक सुबोध मंडल अपने पीछे 5 पुत्रसोनू मंडल,चंदन मंडल,टुनटुन मंडल, मुरारी मंडलऔर बुलो मंडल समेत पतोहू और पोते पोतियो को छोड़ गए.परिवार में घर गृहस्थी का पूरा दारोमदार मृतक सुबोध मंडल पर ही था. सुबोध प्रत्येक दिन केले और फल की खरीद बिक्री कर परिवार चलाने का काम किया करते थे.
आरोपित पक्ष के लोग रास्ते के लिए पूरी जमीन सुबोध की जमीन में से लेना चाह रहे थे सुबोध ने इस कृत्य का विरोध किया तो पड़ोसी लोगों ने मिलकर सुबोध मंडल की निर्मम हत्या कर दी.परिजनों के आंखों के सामने हत्या की वारदात से मृतक का पूरा परिवार दहशत में जीवन जी रहा है.अपने स्वजन को खोने का गम मृतक के परिजनों के चित्कार से गांव का पूरा माहौल गमगीन है.लोगों में इस बात का गुस्सा भी है आरोपित पक्षों को सरेआम इस तरह से हत्या की वारदात को अंजाम नहीं देना चाहिए था. मृतक के परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है.
इस संदर्भ में पूछे जाने पर खरीक थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि हत्या मामले में खरीक थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. नामजद आरोपियों में से दो आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है.