एक और जहां कोरोना के कहर से पूरे प्रदेश के साथ-साथ जिला के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभी ट्रॉली मेन कुछ समय के लिए हड़ताल पर चले गए, जिससे मरीज और उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा,.
हालांकि आनन-फानन में अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल के ट्रॉली मैन की समस्याओं को सुनकर उसका जल्द से जल्द समाधान किए जाने का भरोसा दिलाते हुए हड़ताल को तुड़वाया, दरअसल यह सभी ट्रॉली मैन ऑर्थो डिपार्टमेंट में काम करने वाले राजेश रंजन का कोरोना संक्रमण के कारण हुए मौत को लेकर आक्रोशित थे, .
मृतक राजेश रंजन का भाई और ट्रॉली मेन आभास कुमार ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि 14 अप्रैल को उसका भाई कोरोना संक्रमित हो गया था, लेकिन बाद में अस्पताल में जांच के दौरान उसे नेगेटिव बताया गया, जबकी दूसरे ही दिन फिर से तबीयत खराब होने के बाद उसे अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई,.
वहीं पूरे मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधन ने मृतक के परिजनों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए हर संभव मदद किए जाने की बात कही , जिसके बाद आक्रोशित ट्रॉलीमेनों ने हड़ताल समाप्त किया.