उत्तराखंड के श्रीनगर स्थित हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र (चौरास कैंपस) में आयोजित संवाद कार्यक्रम में छात्र, NDTV प्रॉफिट के सीनियर जर्नलिस्ट निलेश कुमार से रूबरू हुए। विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अमिता के विषय प्रवेश कराने के बाद निलेश कुमार ने पत्रकारिता की बारीकियों से छात्रों को रूबरू कराया।
फेक न्यूज की बाढ़ के बीच खबरों की परख को लेकर निलेश कुमार ने कहा कि तथ्यों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। एक ही खबर को अलग-अलग मीडिया हाउसेज अलग-अलग तरह से प्रस्तुत करते हैं। पाठकों और खासकर मीडिया छात्रों के लिए जरूरी है कि तथ्यों के आधार पर इनकी पहचान करें। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता को प्रोफेशन कहने या मानने में कोई बुराई नहीं है। आप अपनी भूमिका में ईमानदारी से काम करते हैं तो लोगों की, समाज की मदद ही होती है। ये सेवा आपको संतुष्टि देती है।
मीडिया में करीब 11 साल का अनुभव रखने वाले निलेश कुमार ने पीजी और यूजी छात्रों से कहा कि अब न केवल नौकरी, बल्कि इंटर्न के तौर पर भी मीडिया हाउसेज चाहती हैं कि उन्हें थोड़े तैयार लोग मिलें। ऐसे में पढ़ाई के दौरान ही खुद पर काम करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इंटर्नशिप आपको जॉब के लिए तैयार करती है, लेकिन इंटर्न के तौर पर कॉलेज-यूनिवर्सिटी से ही तैयार होकर जाएं।
उन्होंने कहा, अच्छी किताबें पढ़ें, अच्छे लेख पढ़ें, शब्दकोष मजबूत करें। भाषा और लेखन शैली को भी अपने अंदर डेवलप करें। वीडियो की ओर रुख करना है, एंकर-रिपोर्टर बनना है तो इसके लिए अपनी आवाज और स्क्रीन प्रेजेंस पर काम करना जरूरी है। आइने के सामने आवाज खोलकर बोलने की प्रैक्टिस कीजिए। खुद की वीडियो रिकॉर्ड कीजिए और समीक्षा कीजिए।
निलेश कुमार ने कहा, डिजिटल मीडिया और कन्वर्जेंस के दौर में पत्रकारिता के छात्रों को पहले से ही तकनीकी ज्ञान होना जरूरी है। मीडिया की मांग मल्टी टास्कर की है, इसलिए खुद को पूरी तरह तैयार करें। राइटिंग स्किल के साथ, कैमरा और फोटो-वीडियो एडिटिंग की समझ होना प्लस प्वाइंट्स गिने जाएंगे।
उन्होंने छात्र- छात्राओं के मन में उठने वाले कई प्रश्नों का जवाब भी दिया और अपने अनुभव साझा करते हुए छात्रों को मीडिया सेक्टर में आगे बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया। बता दें कि निलेश कुमार पिछले 11 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे हैं। उन्होंने देश के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान NDTV प्रॉफिट से पहले, TV9 भारतवर्ष, अमर उजाला, हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, प्रभात खबर में भी काम किया है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अमिता ने कहा, निश्चित रूप इस संवाद कार्यक्रम से हमारे पत्रकारिता विभाग के छात्रों को कई सीख मिली हैं। पत्रकारिता की बारिकियां और निलेश कुमार के अनुभव छात्रों के निकट भविष्य में काफी काम आएंगे।
कार्यक्रम में निलेश कुमार के साथी ट्रैवल ब्लॉगर दर्पण खुराना, बाबा का सफर टूर प्लानर के फाउंडर गौरव भारद्वाज और कोमल कुमुद ने भी छात्रों का मार्गदर्शन किया। इस संवाद कार्यक्रम के दौरान पत्रकारिता और जनसंचार केंद्र के निदेशक डॉ सुधांशु जायसवाल, राजेन्द्र सिंह नेगी, डॉ देवेंद्र फर्स्वाण,अरुणा रौथाण भी मौजूद रहे।