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नवगछिया। नवगछिया पुलिस जिला के नगर परिषद क्षेत्र के हाई स्कूल रोड में पोखर के सामने रास बिहारी कॉलोनी में एक फर्जी डॉक्टर (डॉ. एस कुमार) द्वारा संचालित क्लीनिक का पर्दाफाश हुआ है। यह डॉक्टर केवल इंटर पास है, फिर भी सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी कराने का दावा करता है। डॉक्टर के एक समर्थक ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मैंने अपने बच्चों का सिजेरियन ऑपरेशन डॉक्टर साहब से ही करवाया है।” वहीं, एक अन्य व्यक्ति ने लिखा कि डॉक्टर साहब संडे को फ्री इलाज करते हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह फर्जी डॉक्टर आईसीयू में नवजात बच्चों का इलाज करता है और हर प्रकार की बीमारी का इलाज करता है। उनके क्लीनिक में प्रत्येक दिन सौ से अधिक मरीज आते हैं, जिन्हें अनुमंडलीय अस्पताल से जुड़े एएनएम और आशा के माध्यम से भेजा जाता है।

गुरुवार को सभापति प्रतिनिधि की जांच के दौरान, छह नवजात बच्चों में से एक को रेस्क्यू कर अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया। जांच में पाया गया कि उस नवजात को जॉन्डिस नहीं था, फिर भी उसे गलत तरीके से भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। इस घटना ने नवगछिया क्षेत्र में फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को और अधिक मजबूती दी है।

शुक्रवार को, क्लीनिक में सन्नाटा पसरा रहा। जिन नवजात को गुरुवार को प्रेम सागर और डब्लू यादव के अनुमंडलीय अस्पताल से रेस्क्यू करने का प्रयास किया गया था, उनके परिजन अपने साथ नवजात को लेकर गए। शुक्रवार को दिनभर संजीवनी नर्सिंग होम खाली और सुनसान दिखा। हालांकि, आसपास के लोगों ने बताया कि सुबह 6:00 बजे डॉक्टर एस कुमार क्लीनिक पहुंचे थे और 7:00 बजे वापस निकल गए थे।

स्थानीय लोगों और इलाके में डॉक्टर एस कुमार को लेकर चर्चा का माहौल गर्म है। कई लोग कह रहे हैं कि नर्सिंग होम से कई सफेदपोश अपना हिस्सा लेकर बड़े स्तर पर व्यापार करवा रहे हैं, तो कई का कहना है कि डॉक्टर किसी राजनीतिक पार्टी से भी जुड़े हुए हैं। नवगछिया पुलिस जिला और आसपास के जिलों में डॉक्टर एस कुमार के मामले की चर्चा हो रही है।

आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं की भूमिका

डॉ. एस कुमार के क्लीनिक को चलाने में बड़ा योगदान आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं का है, जो अनुमंडलीय अस्पताल से जुड़ी हुई हैं। अस्पताल में आने वाले मरीज, खासकर नवजात, को अनुमंडलीय अस्पताल से जन्म के बाद गंदा पानी पी लेने, जॉन्डिस होने, और अन्य कई तरह की समस्या बताकर डॉक्टर एस कुमार के क्लीनिक में भेजा जाता था।

चर्चाओं का बाजार गर्म

डॉ. एस कुमार के नर्सिंग होम की चर्चा होने के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। व्हाट्सएप पर कई लोगों ने लिखा है कि क्या इस मामले की जांच होगी या पूर्व की भांति ही लीपापोती कर दी जाएगी।

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