बिहार में भागलपुर स्थित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज में रैगिंग के आरोपित 120 विद्यार्थियों को शनिवार को एक सेमेस्टर बैक कर दिया गया।
वहीं, 11 छात्रों पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। इन 11 छात्रों ने अपने जूनियर छात्राओं के वाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजे थे। यह कार्रवाई कालेज प्राचार्य डा. राकेश कुमार ने नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) के आदेश पर की है। 2023-28 बैच के सभी छात्र-छात्राओं पर यह कार्रवाई हुई है।
55 छात्रों के साथ की गई थी रैगिंग
2024-29 बैच के 55 छात्र-छात्राओं के साथ सीनियर्स ने रैगिंग की थी। जूनियर छात्रों को पहले मुर्गा बनाया और फिर सिर मुंडवाकर उन्हें घुमाया था। इतना ही नहीं, छात्राओं का मोबाइल फोन नंबर लेकर उन्हें अश्लील मैसेज भी भेजे थे।
बता दें कि कॉलेज में 120 छात्र-छात्राओं के नामांकन की व्यवस्था है, लेकिन अब तक 55 विद्यार्थियों ने ही नामांकन लिया है। रैगिंग के दौरान सीनियर्स ने वीडियो भी बनाए, जो प्रसारित हो गए। सीनियर विद्यार्थियों के खिलाफ जूनियर छात्र-छात्राओं ने तस्वीर और वीडियो को साक्ष्य बनाकर सीधे एमएनसी से शिकायत कर दी।
छात्राओं ने अश्लील मैसेज को भी साक्ष्य के रूप में भेज दिया था, जिसके बाद एनएमसी ने सख्त तेवर दिखाए। कॉलेज प्रबंधन ने एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाकर कार्रवाई करते हुए इसकी रिपोर्ट एनएमसी को भेज दी। दोषी विद्यार्थियों पर एनएमसी की गाइडलाइन के अनुसार कार्रवाई की गई।
वहीं, इस संबंध में प्राचार्य डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि एनएमसी की गाइडलाइन के अनुसार छात्रों पर कार्रवाई की गई है। रैगिंग कमेटी की अनुशंसा पर सजा लागू कर दी गई है। रैगिंग में शामिल छात्राओं को सरकारी हॉस्टल से छठ पूजा के बाद बाहर कर दिया जाएगा