नवगछिया – खगड़िया के पसराहा में हुई मुखिया प्रतिनिधि की हत्या के बाद नवगछिया मुखिया संघ के अध्यक्ष प्रदीप कुमार यादव ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि जिस प्रकार से मुखिया को सरेआम हत्या कर देना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. मुखिया एक जनप्रतिनिधि होने के साथ-साथ सरकार का एक अंग है. सरकार से हमारी मांग है कि मुखिया के लिए सरकार सुरक्षा की व्यवस्था करें. ताकि मुखिया सुरक्षित रहे. क्योंकि मुखिया एक नीचे स्तर का जनप्रतिनिधि होता है. बहुत तरह का पंचायत में मुखिया चुनाव हो या विवादित मामला हो उसमें हमलोग सुलझाते हैं.
उसमें हमारा दुश्मन पैदा होता है. सरकार नहीं मानेगी तो मांग को लेकर आंदोलन करेंगे. बिहार में 8000 से ज्यादा पंचायत है और सभी पंचायत में प्रतिनिधि के रूप में मुखिया चुने गए हैं. अभी तक बिहार में कई दर्जन से ज्यादा मुखिया की हत्या हो गई है. लगातार पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकारों में कटौती की जा रही है. केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर पंचायत प्रतिनिधि के अधिकार में कटौती कर रहा है. कहीं न कहीं मुखिया इसे बर्दाश्त नहीं करेगा.
जिस तरह के हालात अभी बने हुए हैं और जिस तरह से अधिकारी निर्माण कर रहे हैं. वह पंचायत के विकास के लिए अच्छा नहीं है. राज्य और केंद्र सरकार कहती है कि पंचायतों को सशक्त बनाया जाएगा. लेकिन अगर इस तरह मुखिया की हत्या होती रही, इस तरह पंचायत प्रतिनिधि के अधिकारों में कटौती होती रही तो किस तरह बिहार के पंचायत का विकास हो पाएगा. जबकि इससे पहले जो सरकार थी उन्होंने कहा था कि मुखिया की सुरक्षा दिए जाएंगे. सरकार उस बात पर अमल कर रही नहीं रही है. हम सरकार से यह भी मांग करेंगे कि हमलोगों की सुरक्षा जल्द से जल्द दिया जाए. अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो निश्चित तौर पर मुखिया द्वारा आंदोलन की तैयारी की जाएगी.