प्रभारी मंत्री ने योजनाओं की समीक्षा
भागलपुर । मंत्री श्रम संसाधन विभाग बिहार सह प्रभारी मंत्री भागलपुर जिला संतोष कुमार सिंह की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के क्रियान्वयन को लेकर जिला संचालन समिति की बैठक समीक्षा भवन भागलपुर में आयोजित की गई। बैठक का उद्घाटन मंत्री के कर कमलों से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर बिहपुर विधायक इं कुमार शैलेंद्र, सुलतानगंज विधायक ललित नारायण मंडल, कहलगांव विधायक पवन कुमार यादव, गोपालपुर नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल, पीरपैंती विधायक (अ.जा) ललन कुमार, जिला विकास कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन कुमार यादव, जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार उपस्थित थे।
बैठक में 500 से 250 जनसंख्या वाले बसावटो को मुख्य सड़क से जोड़ने, पूर्व से निर्मित जर्जर पुल की जगह नए पुल का निर्माण करने, पूर्व से निर्मित पथ में छूटे हुए पुल/पुलिया का निर्माण करने, बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए पुल की जगह नए पुल का निर्माण, निर्मित पुल के पहुंच पथ का निर्माण, छूटे हुए लिंक पथ का निर्माण, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम से अच्छादित योजना का मुख्यमंत्री द्वारा सार्वजनिक सभा में की गई घोषणा से संबंधित पथों/पुलों के निर्माण से संबंधित तथा भागलपुर के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक/विधान पार्षद के द्वारा प्रस्तावित पुल एवं सड़कों के प्रस्ताव को जिला संचालन समिति में रखा गया।
प्रस्ताव में कई पुल जो बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में पड़ते हैं, के लिए कम लागत के प्राकलन को अपर्याप्त मानते हुए मंत्री ने मजबूत पुल बनाने के लिए पुनः प्राकलन बनाने हेतु कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग भागलपुर को निर्देशित किया। ताकि बाढ़ के दबाव को पुल झेल सके तथा अधिक वाहन क्षमता वाला ट्रक भी गुजार सके। उन्होंने कहा कि कम लागत की पुल बाढ़ के पानी का दबाव नहीं झेल पता है। उन्होंने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के जर्जर पुल के निर्माण के प्रस्ताव को प्राथमिकता के आधार पर चयन करने हेतु निर्देशित किया। मंत्री ने उपस्थित सभी विधायकों को प्रस्तावित सूची को देखकर अपनी प्राथमिकता से अवगत कराने तथा छुटे हुए पथ/पुलों की सूची उपलब्ध करा देने का अनुरोध किया। प्रस्ताव में भागलपुर अनुमंडल के 46, कहलगांव अनुमंडल के 29 एवं नवगछिया अनुमंडल के 45 पुल/पुलिया एवं पथ निर्माण की योजना शामिल थी।