मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के उच्च माध्यमिक विद्यालय से विहीन 3304 पंचायतों में शैक्षिक सत्र 2020-21 से नौवीं कक्षा का शुभारंभ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किए. इसके साथ इन स्कूलों में निर्मित भौतिक संरचनाओं और शिक्षा विभाग की ओर से पटना में बनाए गए विभिन्न भवनों का भी उन्होंने उद्घाटन किया. बिहार के शैक्षणिक योजनाओं के शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम बिहार में शिक्षा व्यवस्था के सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
इसके साथ ही सीएम ने कहा कि हर ग्राम प्रचायत मेंं उच्च प्राथमिक विद्यालय हो इसको लेकर विभाग ने काम पूरा किया है. ये खुशी की बात है. बिहार में शिक्षा को लेकर मिशन मोड में काम किया जा रहा है और यह हमारी प्राथमिकता में रहा है. हमारा लक्ष्य है कि राज्य के हरेक बच्चे को स्कूल तक पहुंचाया जाय. बिहार में 12.50 फीसदी बच्चे स्कूल जाते ही नहीं थे. इसको दूर करने के लिए टोला सेवक और तालिमें मरकज की व्यवस्था दी गई.
छात्राओं को पढ़ाने के लिए किया गया काफी प्रयास
सीएम ने इसके अलावे कहा कि कई योजनओं पर केन्द्र सरकार की ओर से जो अंशदान मिलता था वो 2012 के बाद से बंद हो गया. हमने गांव की महिलओं को पढ़ाने के लिए अक्षर आंचल योजना को शुरू किया, ताकी महिलओं को भी पढ़ाई से जोड़ा जा सके. वहीं, उन्होंने कहा कि हमने छात्राओं को पढ़ाने के लिए भी काफी प्रयास किया है.लड़कियों को साइकिल से पढ़ने के लिए भेजा गया. आज बिहार के छात्र छात्रओं के लिए सरकार की ओर से साइकिल की व्यवस्था की गई. उसका परिणाम है कि हालात बदले हैं.
इन स्कूलों में नौंवी कक्षा की पढ़ाई शुरू
बता दें कि सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भागलपुर के गनगनिया पंचायत का आदर्श मध्य विद्यालय, दरभंगा के बिठौली पंचायत का मध्य विद्यालय, गया के कुशाबीजा पंचायत का मध्य विद्यालय, मुंगेर के जानकी नगर पंचायत स्थित मध्य विद्यालय, सहारन के मीठापुर पंचायत का मध्य विद्यालय, पूर्णिया का विक्रमपुर पंचायत का मध्य विद्यालय महेंद्रपुर, सहरसा के बरियाही पंचायत स्थित मध्य विद्यालय रहुआ मनी, मुजफ्फरपुर के शेरपुर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय हसन चक बकरा और पटना के मनेर स्थित दरवेश उत्तरी मध्य विद्यालय मोलानीपुर में नौंवी कक्षा की पढ़ाई का शुभारंभ किया है.