मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना रिंग रोड की प्रगति का लिया जायजा।सीएम के साथ पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव एवं विभाग के आलाधिकारी भी बिहटा पहुंचे।पटना रिंग रोड 180 किलोमीटर में बनना है और ज्यादा हिस्सा छह लेन का होगा. इसमें गंगा नदी पर पुल का निर्माण भी करना है. मुख्यमंत्री आज स्थल पर जाकर ग्राउंड रिपोर्ट लिये ।
पटना रिंग रोड के 1 फेज के टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण कार्य जुलाई में शुरू हुआ है. पटना रिंग रोड में कन्हौली से रामनगर तक 39 किलोमीटर छह लेन का सड़क का निर्माण होगा और इस पर 823 करोड की लागत आएगी. 24 महीने में इसका निर्माण कर देना है. पटना रिंग रोड बिहटा के पास कन्हौली से शुरू होकर सदी सोपुर, नौबतपुर, डुमरी होते हुए पटना मसौढ़ी पथ पर लखना के निकट पारकर sh-78 के राम नगरी तक जाएगी.पटना रिंग रोड के अंतर्गत रामनगर से आगे दीदारगंज में निर्माणाधीन गंगा पुल तक इसे हरित मार्ग से जोड़ने जाने की योजना है. इस योजना की निविदा जल्द ही निष्पादित की जाएगी.
2014 के मास्टर प्लान में मिली थी स्वीकृति
पटना रिंग रोड मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. 2014 के मास्टर प्लान में रिंग रोड का प्रस्ताव लाया गया था. लंबी प्रक्रिया के बाद स्वीकृति दी गई. लेकिन इसके निर्माण शुरू करने में भी लंबा समय लगा. अभी इसके पहले फेज पर ही निर्माण कार्य हो रहा है.
रिंग रोड का बड़ा हिस्सा प्रधानमंत्री पैकेज के अंतर्गत बनना है. पटना रिंग रोड के पूरी तरह तैयार हो जाने के बाद शहर के अंदर बड़े व्यवसायिक वाहनों को लाने की जरूरत नहीं रह जाएगी. जिससे जाम से मुक्ति मिलेगी. राजधानी का वैशाली और सारण तक विस्तार भी हो जाएगा.