बिहपुर : प्रखंड के सोनवर्षा गाँव स्थित आस्था के केंद्र बड़ी भगवती स्थान में नागपंचमी/बेढ़ापंचमी के मौके पर पूजन के लिए श्रद्धालूओं की काफी भीड़ रही । मंदिर के पुजारी राधाकृष्ण झा बताते हैं की मंदिर का इतिहास वर्षो पुराना है । मंदिर की कई मान्यताओं में से एक मान्यता यह भी है की सर्प दंश के बाद मंदिर के नीर पीने मात्र से मौत नही होती है । सावन शुल्क पक्ष पंचमी के पर इस मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होती है ।
यहां पूजा व मेले समेत अन्य तैयारियों में कमेटी के अध्यक्ष जगदीश ईश्वर,सचिव जीवन चौधरी,कोषाध्यक्ष गौरव कुमार,सदस्य वेदानंद चौधरी,मनोज कुंवर,मनोरंजन कुंवर,प्रवीण कुमार,भवेश मंडल,चंद्रकांत चौधरी,नीलेश,सौरभ,बिट्टू व सौतम आदि पूरी सक्रियता के साथ जुटे रहते हैं । इधर प्रखंड में शुक्रवार को बेढ़ापंचमी पर लोगों ने अपने घरों में भी विधिवत पूजन किया ।