भागलपुर: नाथनगर प्रखंड में एक बस्ती, जिसे शाकम के नाम से जाना जाता है और जो नगर निगम के वार्ड नंबर 10 के अंतर्गत आती है, आज भी बुनियादी सुविधाओं के अभाव में संघर्ष कर रही है। भागलपुर शहर से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस बस्ती में बरसात के दिनों में जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है, क्योंकि यहां नाला और पक्की सड़क का अभाव है।
बरसात के मौसम में बस्ती पूरी तरह से जलमग्न हो जाती है, जिससे पानी की निकासी न होने के कारण कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं। पानी जमा होने से दुर्गंध फैलने लगती है, जिससे आम जनजीवन पर बुरा असर पड़ता है। बच्चों का स्कूल जाना भी इस स्थिति में लगभग असंभव हो जाता है। इसके अलावा, जलजमाव के कारण यहां के लोगों को मच्छरों और अन्य जहरीले जीवों का भी डर सताता है, जो बीमारियों के खतरे को और बढ़ा देता है।
यहां के निवासियों का कहना है कि तीन से चार महीने तक लगातार पानी जमा रहता है, जिससे उन्हें घुटनों तक पानी में घुसकर अपने रोजमर्रा के काम करने पड़ते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने वार्ड पार्षद से कई बार नाले और सड़क निर्माण के लिए गुहार लगाई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि यहां के एक व्यक्ति ने उनसे रोड और नाले के निर्माण के नाम पर हजारों रुपए ऐंठ लिए, लेकिन अभी तक कोई काम नहीं हुआ।
इस विकट स्थिति को देखते हुए यहां के लोग काफी परेशान हैं और प्रशासन से जल्द ही नाले और सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं ताकि उनका जीवन सामान्य हो सके।