नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र में संदिग्ध अवस्था में अलग-अलग गांव से चार लोगों की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। शनिवार की रात्रि यूपी के राजेंद्र सिंह और मधुरापुर के गोविंद साह का संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। रविवार को नारायणपुर के शिक्षक मनीषदेव कुमार और बलाहा के युवक सिंटू उर्फ अनिकेत की भी मौत हो गई। यूपी से बिहार आकर राजेंद्र सिंह पुरा परिवार पानी पुरी बेचने का बिजनेस करता था।शनिवार को अचानक वह बेहोश हो गया। उसके पेट में दर्द होने लगा तो उसे उपचार के लिए उसे भालपुर अस्पताल ले जाया गया।
वहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद भवानीपुर पुलिस ने स्वजनों के साथ राजेंद्र सिंह शव के साथ यूपी भेज दिया। स्वजनों ने किसी भी प्रकार की पुलिसिया कार्रवाई से मना कर दिया। मधुरापुर के गोविंद साह के बारे में उसकी पत्नी डोली देवी कहती है कि शनिवार की रात्रि अचानक पेट में पति को दर्द होने पर उसे भागलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। गोविंद साह अपने पीछे पत्नी डोली कुमारी पुत्री सृष्टि और पुत्र सत्यम को छोड़ गए हैं।
सूचना मिलने पर भवानीपुर पुलिस भी मौके पर पहुंच कर पूछताछ किया। इसी प्रकार नारायणपुर के शिक्षक मनीषदेव कुमार का भी रविवार की सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई। उपचार के लिए उसके स्वजनों ने उसे भागलपुर पहुंचाया लेकिन भागलपुर में उसकी मौत हो गई। बलाहा के सिंटू उर्फ अनिकेत का भी शनिवार को तबीयत बिगड़ा तो इलाज के लिए उसके परिवार वालों ने भागलपुर पहुंचाया और भागलपुर में उसकी भी मौत हो गई। मौत किस कारण से हुई अभी तक इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मौत को लेकर क्षेत्र में चर्चा हो रही है। दूसरी तरफ यह भी जानकारी मिल रही है कि बलाहा का संतोष कुमार, कुंदन कुमार, मधुरापुर श्रवण बजाज, अल्टिमा भी बीमारी से ग्रसित है। अचानक तबियत होने के कारण इसका भी इलाज चल रहा है।