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नारायणपुर : ग्यारह जून को प्रखंड के भवानीपुर ओपी क्षेत्र अंतर्गत रायपुर गांव से संतोष का अपहरण कर लिया गया था। अपहरण के बाद इसके हत्या की आशंका को देखते हुए संतोष के भाई मनीष कुमार ने भवानीपुर ओपी में पहाड़पुर के विद्यानंद शर्मा अजीत शर्मा, सूधो ठाकुर, ढोढो शर्मा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाया था। भवानीपुर पुलिस ने इसमें से विद्यानंद शर्मा, अजीत शर्मा, सूधो ठाकुर को जेल भेज दिया है।

नारायणपुर : प्रखंड के भवानीपुर ओपी क्षेत्र अंतर्गत पहाड़पुर निवासी विद्यानंद शर्मा ने अपनी बड़ी पुत्री की शादी मधेपुरा जिला के औराई गांव निवासी धर्मेंद्र शर्मा से कर दिया था। शादी के बाद धर्मेंद्र शर्मा का अपनी शाली पर दिल आ गया था। इसलिए धर्मेंद्र शर्मा अपनी साली के साथ शादी करने के लिए फरार हो गया था। फरार होने के बाद विद्यानंद शर्मा ने महेशखूंट से अपनी पुत्री और दामाद को खोज कर लाया था। दोनों में संबंध विच्छेद करवाया गया। लेकिन इसके बाद भी जीजा और शाली का प्यार जारी रहा।

9 जून को धर्मेंद्र ने अपनी साली का शादी की नियत से अपहरण कर लिया। इसी मामले के बारे में धर्मेंद्र के ससुर विद्यानंद शर्मा बारह जून को भवानीपुर ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराने गया था। लेकिन प्राथमिकी दर्ज कराने से पहले विद्यानंद शर्मा ने धर्मेंद्र शर्मा के दोस्त संतोष शर्मा का इसलिए अपहरण कर लिया था कि उसकी पुत्री के अपहरण में संतोष शर्मा का भी हाथ होने का शंका विद्यानंद शर्मा को होने लगा था। इसलिए विद्यानंद शर्मा ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर रायपुर से संतोष शर्मा का अपहरण कर लिया था। कहा यह भी जा रहा है कि विद्यानंद शर्मा ने अपनी पुत्री की शादी करने के लिए धर्मेंद्र शर्मा से पहले उसने अपनी छोटी पुत्री का फोटो दिखाया था और जब मुंह दिखाई हुआ उस समय भी धर्मेंद्र शर्मा के परिजनों को विद्यानंद शर्मा ने छोटी पुत्री को दिखाया था। लेकिन जब शादी की बात आई तो विद्यानंद शर्मा ने बड़ी पुत्री से धर्मेंद्र शर्मा का शादी कर दिया। शादी के बाद धर्मेंद्र शर्मा का ससुराल आना जाना हुआ और उसकी साली ने उस राज को अपने जीजा धर्मेंद्र को बताया कि दीदी की आपसे कैसे शादी हुई है। धर्मेंद्र आग बबूला हो गया और उसने अपनी साली से शादी करने का निश्चय किया। वह अपनी साली को लेकर फरार हो गया। इसी मामले में विद्यानंद शर्मा को आशंका हुआ कि पुत्री के अपहरण करने में धर्मेंद्र शर्मा का साथ उसके साथी संतोष शर्मा ने भी दिया है। इसीलिए संतोष शर्मा का अपहरण करके हत्या कर दिया गया। हालांकि इस बारे में विद्यानंद शर्मा ने अपहरण को लेकर कोई प्राथमिकी भवानीपुर ओपी में दर्ज नहीं करवाया लेकिन प्राथमिकी दर्ज करने से पहले वह इस घटना को अंजाम दे चुका था।
जब भवानीपुर पुलिस को विद्यानंद जानकारी देने के लिए अपनी पुत्री के अपहरण के बारे में पहुंचा तो इससे पहले विद्यानंद शर्मा ने संतोष का अपहरण करके उसका हत्या कर दिया था।

अपहरण और हत्या का घटना भी दिलचस्प है- विद्यानंद शर्मा ने संतोष का अपहरण करके अजीत शर्मा के हवाले किया और अजीत शर्मा ने उस संतोष को ढेढो शर्मा के हवाले किया। उसके बाद सभी ने मिलकर अजीत शर्मा का हत्या करके शव को छिपाने का प्रयास किया लेकिन रविवार को शव कोसी नदी में बाहर आ गया।

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