नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र के शहजादपुर पंचायत अंतर्गत मध्य विद्यालय अमरी विशनपुर में कार्यरत शिक्षिका वीणा कुमारी को अधिकारी द्वारा बिना भौतिक सत्यापन के विद्यालय के प्रधानाध्यापक के प्रतिवेदन पर निलंबन का मामला प्रकाश में आया है. शिक्षिका वीणा कुमारी का कहना है कि वरीयता के आधार पर हमें प्रभार मिलना चाहिए लेकिन यहां कनीय शिक्षक को प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया गया है. किसी प्रकार का विद्यालय से संबंधित.
पत्र जारी होने की स्थिति में गोपनीय रखा जाता है. वीणा कुमारी ने प्रभारी प्रधानाध्यापक अंजनी कुमार भारती पर शिक्षा समिति की बैठक करने के सलाह देने व मध्याह्न भोजन में पोषण युक्त भोजन पर ग्रामीण के साथ चर्चा की बात करने पर अनसुना करने का आरोप लगाया. प्रधानाध्यापक अंजनी कुमार भारती का पक्ष जानने का प्रयास किया गया मगर उन्होंने मोबाइल फोन रिसीव नहीं किया. जबकि शिक्षिका वीणा कुमारी के विरूद्ध प्रखंड पंचायती राज कार्यालय के कार्यात्मक इकाई के मुताबिक प्रभारी प्रधानाध्यापक मध्य विद्यालय अमरी विशनपुर से प्राप्त.
प्रतिवेदन एवं प्रखंड नियोजन इकाई की बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में इसी विद्यालय की प्रखंड शिक्षिका वीणा कुमारी को पठन-पाठन में रूचि नहीं रखने,छात्र हित/विद्यालय हित का कार्य नहीं करने व प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का संदेहास्पद होने का आरोप पर बिहार पंचायतीराज प्रारंभिक विद्यालय सेवा नियमावली 2020 के प्रदत्त शक्ति के आलोक में निलंबित करते हुए विभागीय कारवाई के अधीन रखा गया है. इसी पत्र के आलोक में निलंबन अवधि में उक्त शिक्षिका का मुख्यालय मध्य विद्यालय नारायणपुर किया गया है.
शिक्षिका वीणा कुमारी ने बताया कि बीपीआरओ नीतिश कुमार से मिलकर अपना पक्ष रखा. बिना भौतिक सत्यापन के निलंबन की कारवाई पर बीपीआरओ ने जल्द से जल्द जांच कर निलंबन मुक्त करने का आश्वासन दिया है. निलंबन मुक्त नहीं करने की स्थिति में मामले को अपीलीय प्राधिकार में रखेंगे.