नारायणपुर के किसानों ने नवगछिया के पुलिस अधीक्षक पूरण कुमार झा से हस्ताक्षरित आवेदन देकर अपनी फसल और जान की सुरक्षा की गुहार लगाई है। किसानों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मोहनपुर मौजा के लगभग 200 एकड़ रैयत जमीन को कोशी नदी के कटाव के कारण नदी के उत्तरी पार सुखाड़ में चली गई है। अब यह जमीन सैकड़ों किसानों के लिए आजीविका का मुख्य स्रोत है, लेकिन वहां के कुछ स्थानीय आरोपित किसानों को अपनी जमीन पर खेती करने से रोक रहे हैं।
किसानों का आरोप है कि मधेपुरा जिला के किशनपुर रतवारा सुखाड़ निवासी सलीम अली, समशेर अली, सतार अली, मुस्ताक अली, अशोक पासवान, अजीत पासवान, मिथुन पासवान सहित अन्य लोग उन्हें जबरदस्ती राइफल, बंदूक, ग्रीनट, गड़ासा जैसे हथियारों से धमकाते हैं और खेतों से भगा देते हैं। आरोपितों का कहना है कि इस जमीन पर उनका अधिकार है और किसानों को यहां खेती करने से मना करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी भी देते हैं।
किसानों ने आवेदन में यह भी लिखा कि इस भूमि पर खेती करने के अलावा उनके पास कोई और आजीविका का साधन नहीं है। यदि वे अपनी जमीन से वंचित हो गए, तो उनके बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। किसानों के मुताबिक, खेती के जरिए ही उनके घर का खर्च चलता है और वे अपने बच्चों की पढ़ाई, शादी-ब्याह, इलाज जैसी जरूरतें पूरी करते हैं।
किसानों ने पुलिस अधीक्षक से अपील की है कि वे इन अपराधियों के चंगुल से उनकी जमीन को मुक्त कराएं, ताकि वे शांति से अपने खेतों में काम कर सकें और अपनी आजीविका चला सकें। आवेदन पर उमेश मंडल, विरेंद्र कुमार सिंह, रंजीत मंडल, गोपाल मंडल, मुकेश कुमार पंडित, विनोद मंडल, छत्तरी मंडल, रघुनंदन कुमार, नंदलाल मंडल, नंदन कुमार मंडल समेत दो दर्जन से अधिक किसानों ने हस्ताक्षर किए हैं।
किसानों की अपील पर पुलिस प्रशासन द्वारा मामले की गंभीरता से जांच शुरू करने की उम्मीद जताई जा रही है।