नारायणपुर – नारायणपुर के भगवान पेट्रोप पंप के पास एनएच 31 पर सिलेंडर लदे ट्रक में आग लगी और एक के बाद एक 450 सिलेंडरों में ब्लास्ट करने के मामले में घटना का कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है. हालांकि पुलिस मामले की छानबीन करने में जुट गयी है. कारणों के संदर्भ में तीन तरह की बात सामने आ रही है. कहा जा रहा है कि सिलेंडर के लीक रहने और ऐसी स्थिति में सिलेंडरों के आपसी टकराव के बाद भड़की चिंगारी के बाद ट्रक में सिलेंडर ब्लास्ट होने का सिलसिला शुरू हो गया और चालक को भागने का मौका भी न मिला. जबकि दूसरी बात यह सामने आयी है कि किसी अज्ञात वाहन ने ट्रक में धक्का मारा होगा जबकि तीसरी बात यह सामने आ रही है कि सिलेंडर लीक रहने के कारण गैस के इंजन और सायलेंसर तक पहुंच जाने के कारण आग लगी. जानकारों ने बताया कि पहला अनुमान ज्यादा सटीक लग रहा है. क्योंकि ट्रक के डाला में क्या चल रहा है इसकी चालक को जानकारी भी न मिली और एकाएक विस्फोट हो गया और चालक मारा गया जबकि दो अन्य कारणों की बात करें तो दोनों तरह की बात अगर होती को चालक के बीच जाने की संभावना थी.
10 किलोमीटर दूर सोए लोगों को क्या आभास हुआ
घटना स्थल से लगभग दस किलोमीटर दूर बैठे लोगों को घटना का प्रत्यक्ष आभास हुआ. बिहपुर के बभनगामा निवासी राजमंगल चौधरी ने बताया कि एका एक ढाई बजे रात में धमाके की आवाज आने लगी. खिड़कियां दरवाजे हिल रहे थे. वे किसी अनहोनी की आशंका से छत पर गए. पड़ोस के अन्य लोग भी घर से बाहर निकल आये थे. धमाके की आवाज सुन कर वे लोग भयभीत हो गए. लेकिन जब निरंतर धमाकों की आवाज आने लगी तब वे सहज हो गए कि दूर कहीं बम ब्लास्ट हो रहा है. हालांकि सुबह चार बजे तक उनलोगों को घटना की जानकारी मिल गयी थी. इस घटना को प्रत्यक्ष रूप से देखने के लिये गुरुवार को भी लोग स्थल पर पहुंचते रहे और फतुली यादव से घटना की आंखों देखी सुनते रहे. फतुली ने कहा कि वह घटना स्थल से सौ मीटर दूर थे. वे जिंदा बच गए. यह भगवान की कृपा है.
गैस सिलेंडर के मालिक ने मलवे को उठवाया
गुरूवार की सुबह गैस सिलेंडर मालिक जगजीत सिंह ने सिलेंडर व ट्रक के मलबे को मजदूर से उठवा कर भवानीपुर पुलिस की उपस्थिति में ले गये. बलहा निवासी फतुल्ली यादव को जगजीत सिंह ने बासा जलने का मुआवजा राशि दिया. विस्फोट से दहले लोग अभी भी चर्चा लगातार कर रहे. भवानीपुर पुलिस ने बताया कि चालक मृतक मंटु यादव के चिथङे वाले शरीर के अंश को पोस्टमार्टम के अनुमंडलीय अस्पताल भेजा लेकिन वहां नहीं होने पर डाॅक्टर ने मेडिकल कॉलेज भागलपुर भेज दिया. परिजन को वहां से कराकर सौंपा गया. नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ने बताया कि गैस सिलेंडर लदा ट्रक आगजनी घटना की हर बिंदु पर जांच कर अनुसंधान होगा.