भागलपुर जिले के सन्हौला प्रखंड के असरफनगर कब्रिस्तान से कब्र खोदकर नरमुंड चोरी करने वाले दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह मामला तब सामने आया जब ग्रामीणों ने कब्रिस्तान से नरमुंडों की चोरी की शिकायत की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से मानव खोपड़ी भी बरामद की है।
छापेमारी में गिरफ्तारी
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग कब्र खोदकर नरमुंड चोरी कर रहे हैं, जिसके बाद सन्हौला और अमदंडा पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की और दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। गिरफ्तार युवक बांका जिला के रहने वाले हैं। इमदाद आलम (44) और मो. आजाद (31) ने पुलिस को बताया कि वे नरमुंड को किसी खास उद्देश्य के लिए चोरी कर ले जाते थे।
चोरी का कारण: नरमुंड से इलाज
पुलिस द्वारा पूछताछ किए जाने पर आरोपियों ने खुलासा किया कि वे नरमुंड का पानी पिलाकर इलाज करते थे। उनका दावा था कि नरमुंड का पानी बीमार व्यक्तियों को पिलाने से उनका स्वास्थ्य ठीक हो जाता था। दोनों आरोपियों का यह मानना था कि इस तरह से वे लोगों की मदद कर रहे थे।
पुलिस ने किया खुलासा
भागलपुर के थानाध्यक्ष चंदन कुमार ने बताया कि इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से मानव खोपड़ी भी बरामद की। आरोपियों ने अपराध स्वीकार किया है और फिलहाल उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने आगे कहा कि अब तक इस कब्रिस्तान से छह नरमुंडों की चोरी हो चुकी है।
ग्रामीणों में भय का माहौल
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले पांच सालों से हर जनवरी महीने में कब्र खोदकर नरमुंड काटकर कोई ले जाता है। एक बच्ची की मौत के बाद उसके शव का सिर भी कब्र से निकाला गया था। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरी चिंता और भय का माहौल बन गया था।
पुलिस की सक्रियता
ग्रामीणों की मांग पर पुलिस ने कब्रिस्तान में सुरक्षा बढ़ा दी है। सन्हौला थानाध्यक्ष ने बताया कि अब कब्रिस्तान में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि ऐसे अपराधों को सख्ती से रोका जाएगा और आरोपियों को कड़ी सजा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा।