नवगछिया- प्राइवेट स्कूल एशोसिएशन नवगछिया के सदस्यों ने भागलपुर जिले के अलीगंज स्थित सरस्वती बाल निकेतन के संचालक डॉ. उमेश ठाकुर के अचानक हृदयगति रूकने से हुई मौत पर शोक जताया. संध के अध्यक्ष विश्वास झा ने बताया कि डॉ. ठाकुर एक विद्वान एवं मृदुभाषी संचालक थे. लगातार स्कूल बंद रहने के कारण आर्थिक तंगी से जुझ रहे थे. उनके ऊपर कर्ज का बोझ बढ़ता ही जा रहा था। इसी चिंता से अचानक सोमवार शाम को उनकी हृदयगति रूकी और उनकी मौत हो गई.
उनकी मौत से संचालकों के बीच सरकार के प्रति खासा नाराजगी देखने को मिली. श्री झा ने कहा कि अब वो दिन दूर नहीं जब सभी विद्यालय संचालक कटोरा लेकर भिक्षाटन कर अपना पेट भरेंगे. उन्होंने कहा कि चिता और चिंता में एक बिंदु मात्र का फर्क है आज ये समझ लिया. वहीं सभी संचालकों ने सरकार पर जमकर अपनी भड़ास निकाली. मौके पर भागलपुर संघ के सचिव अरविंद कुमार, सयुंक्त सचिव अश्विनी कुमार, सुनील कुमार, कोषाध्यक्ष रामबदन रजक, नवगछिया संघ के अध्यक्ष विश्वास झा, गोपालपुर प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद सिंह, पंकज झा, पंकज कुमार, सीपीएन चौधरी व अन्य मौजूद थे.