5
(1)

  • कहा, मेहनत और लगन से मिली सफलता नवगछिया व्यवहार न्यायालय में पदस्थापित एसीजेएम वन कम सब जज वन, कम असिस्टेंट सेशन्स जज व प्रभारी न्यायाधीश मो फिरोज अकरम की पत्नी शगुप्ता शाहीन ने बीपीएससी द्वारा आयोजित 31वीं बिहार न्यायिक सेवा में सफल हो कर सिविल जज बन गयी हैं. उनका रैंक 150 वां है. शगुप्ता शाहीन मूल रूप से कटिहार जिले की रहने वाली हैं. उनके पिता मो शमशेर आलम भागलपुर में पदस्थापित थे. इस कारण उन्होंने सेंट जोशफ स्कूल भागलपुर से शुरुआती तालीम ली.
  • वर्ष 2004 में रांची के गौरीदत्त मंडलीय हाईस्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की और वर्ष 2006 में सुन्दरवती महिला कॉलेज भागलपुर से इंटर किया. वर्ष 2012 में वाराणसी के अग्रसेन पीजी कालेज से बीए और वर्ष 2016 में पूर्णियां के बीएमटी लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की. शगुप्ता शाहीन ने बताया कि वर्ष 2008 में उनकी शादी हुई जिसके बाद परिवार की जिम्मेदारियों के साथ उसने अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा. उनके पुत्र सुहाना फिरोज 11 वर्ष के हैं और पुत्री साइमा फिरोज सात वर्ष हैं. शाहीन कहती हैं कि दिन का समय तो वह बच्चों के देखभाल में लगा देती थी लेकिन वे अक्सर रात में स्वाध्याय करती थी. उन्होंने कहा कि उनकी सफलता में उनके पति का संपूर्ण योगदान है. उन्होंने उसे पढ़ाई जारी रखने के लिये लगातार प्रेरित किया और वे एक शिक्षक की भूमिका में भी रहे. शगुप्ता शाहीन ने कहा कि युवा वर्ग लगन और निष्ठा के साथ मेहनत करें, स्वाध्याय पर अत्यधिक ध्यान दें, सफलता निश्चित मिलेगी. मालूम हो ही श्रीमति शाहीन का ससुराल पूर्णियां में है. उनकी सफलता पर गांव के लोगों में काफी हर्ष का माहौल है. मालूम हो कि शगुप्ता शाहीन के देवर मो आसिफ नवाज भी न्यायिक पदाधिकारी हैं जो अररिया में पदस्थापित हैं.

Aapko Yah News Kaise Laga.

Click on a star to rate it!

Average rating 5 / 5. Vote count: 1

No votes so far! Be the first to rate this post.

Share: