नवगछिया – नवगछिया व्यवहार न्यायालय परिसर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में जुमनाइल जस्टिस एक्ट 2015 एवं पाक्सो एक्ट के बारे में लोगों को जागरूक किया गया. शिविर की अध्यक्षता अनुमंडल विधिक सेवा समिति नवगछिया के सचिव अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी रवि रंजन कर रहे थे. जबकि मौके पर न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम नवगछिया सुभाष कुमार, डीएसपी मुख्यालय सुनील कुमार पांडे ने भी भाग लिया. शिविर में उपरोक्त कानूनों के बारे में सभी थानाध्यक्षों और संबंधित पुलिसकर्मियों को विस्तार से जानकारी दी गई. जबकि शिविर का समापन धन्यवाद ज्ञापन के बाद किया गया.
मानवीय चेहरा दिखाने की है जिम्मेदारी
नवगछिया के अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी रवि रंजन ने मीडिया से बात चीत करते हुए कहा कि जुमनाइल एक्ट में क्राइम करने वाले बच्चे होते हैं और पॉक्सो एक्ट में पीड़िता बच्चे होते हैं. आज क्राइम में बदलाव हुआ है, इसलिये इससे संबंधित मामलों में न्यायिक संस्थानों और पुलिस को मानवीय चेहरा दिखाने की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि क्राइम करने वाले नाबालिगों के समक्ष जब पुलिस जाए तो बिना वर्दी के जाएं और उन्हें हथकड़ी ना लगाएं. श्री रवि रंजन ने कहा कि इसी तरह के बातों से जागरूकता लाने का प्रयास किया गया.