नवगछिया की धरती पर 111 महाअधिवेशन के बाद नवगछिया अनुमंडल का वार्षिकोत्सव इस्माइलपुर प्रखंड के जयपुर जफरु दास टोला गांव में अनुमंडल दो दिवसीय संतमत सत्संग का 40 वां वार्षिक अधिवेशन प्रारंभ हुआ। इस अधिवेशन के मौके पर महर्षि मेंही आश्रम के साधन धाम मनियारपुर से संतमत के प्रधानाचार्य ब्रह्म ऋषि स्वामी जी चतुरानंद जी महाराज स्वामी धीरजानंद जी महाराज स्वामी प्रेमानंद जी महाराज स्वामी दयानंद जी महाराज हरिद्वार से आए स्वामी मुक्तानंद जी महाराज सहित कई प्रमुख संतों के द्वारा संतमत सत्संग मे संत के जीवन वह सत्संग के बारे में बताया गया। इस संतमत सत्संग में ब्रह्म ऋषि स्वामी जी चतुरानन महाराज ने कहा कि ईश्वर की.
प्राप्ति के लिए सत्संग जरूरी है। सत्संग से सद्गति एवं मानव जीवन की कल्याण होता है।सर्वधर्म के तहत सभी जीवों का कल्याण सत्संग बताता है। राम नाम शब्द से ही मानव का कल्याण होता है। राम विष्णु अवतार हैं वह मर्यादा के लिए पृथ्वी पर जन्म लिए और मर्यादा के तहत अपनी महत्व को बताया इसलिए जीवन जीने के लिए भगवान राम जीवन से ज्ञान मिलना चाहिए इस सत्संग के मौके पर स्वागत गान सहित मां संचालन श्रवण बिहारी आयोजन समिति के सभी सदस्यों के द्वारा बाहर से आए संतमत सत्संग के संतो को सम्मानित किया। वहीं मौके पर हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी थी ।