नवगछिया अनुमंडल के इस्माइलपुर, गोपालपुर, नारायणपुर, रंगरा प्रखंड क्षेत्र में दुधारू गायों में लंपी वायरस तेजी से फैल रहा है. बीमारी की वजह से पशुपालक हलकान व परेशान हैं. पशुपालकों की दूसरी बड़ी परेशानी यह है कि कई जगहों पर इस बीमारी के इलाज की सरकारी व्यवस्था नहीं है. पशुपालक घरेलू उपचार के भरोसे हैं.
वायरस की चपेट में आने के बाद गाय के शरीर पर दाना निकलता है. वह जुगाली बंद कर देती है. खाना कम खाने लगती है.
जिसके बाद धीरे-धीरे कमजोर होकर मरने की स्थिति में पहुंच जाती है. गोपालपुर प्रखंड के सैदपुर, तिनटंगा करारी ,डुमरिया, पोखरिया इस्माइलपुर आदि जगहों पर बड़ी संख्या में गाय वायरस की चपेट में आ रही है. पशुपालक हरेराम सिंह, छोटे लाल राय ने बताया कि हमारे इलाके में कई गायों में यह बीमारी फैल गयी है. कुछ गाय की स्थिति गंभीर है. गोपालपुर प्रखंड में कहीं पर भी चिकित्सीय व्यवस्था नहीं है. यहां के चिकित्सक के ऊपर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कोई भी चिकित्सक कार्यालय नहीं आ रहा है.
पशु चिकित्सा विभाग की ओर से अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की गयी है. भागलपुर के डीएचओ ने बताया कि हमें जानकारी मिली है.जो भी सहयोग होगा हम लोग करने के लिए तैयार हैं. ग्रामीण पशु चिकित्सा विशेषज्ञ ने इस बीमारी के लक्षण एवं उपचार के बारे में बताया कि बीमारी की चपेट में आने के साथ ही गाय के शरीर पर गांठ जैसा दाना निकलता है. बुखार भी रहता है. बुखार की वजह से गाय खाना कम खाने लगती है और वह कमजोर हो जाती है. इनका यह भी कहना है कि पशुपालकों को बीमार पशुओं को मल्टी विटामिन की दवा देना चाहिए.