ऋषव मिश्रा “कृष्णा” मुख्य संपादक, जीएस न्यूज़
नवगछिया – आज के समाज में भी एक अबला को किन किन विपरीत परिस्थितियों से जूझना पड़ता है इसकी कहानी गुड़िया के खून सने कपड़े और बेजान रक्त रंजित शरीर चीख चीख कर बयां कर रहा है. बड़ी खुशहाल दुनियादारी थी गुड़िया की है. पहले पति जाले यादव के पास साढ़े तीन बीघा खेती योग्य जमीन थी. जाले खेती करता था और ठीक ठाक अपनी गृहस्थी को चला रहा था. गुड़िया के दिन की शुरुआत बच्चों के किलकारियों के बीच होती थी तो शाम का आगाज पति के स्नेह और प्यार के साथ होता था.
लेकिन गुड़िया की खुशियों पर किसी की नजर लग गई और उसके पति जाले यादव गंभीर बीमारी से ग्रसित हो गए. अंततः जाले यादव स्वर्ग सिधार गए. पति की मृत्यु के बाद गुड़िया पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा. गुड़िया के अपनों की ही नजर उसकी साढ़े तीन बीघा जमीन पर थी. गुड़िया को उसके भैसुर स्व जवाहर यादव के पुत्रों ने घर से भगा दिया. इसके बाद वह मायके में रहने लगी. इस बीच गुड़िया अपने चचेरे देवर धर्मवीर उर्फ गुड्डू के संपर्क में आयी.
उसकी दुख भरी दास्तान सुनकर धर्मवीर उसकी मदद करने लगा. धर्मवीर ने कहा गुड़िया से कहा अगर उसे अपने बच्चों को उसके पुश्तैनी जमीन पर हक दिलाना है तो उसे गांव आ रहना होगा. गुड़िया ने धर्मवीर की बात मान ली और वह धोबिनिया गांव अपने बच्चों के साथ चली आयी. धर्मवीर बताते हैं कि गुड़िया के गांव आने के साथ ही गांव के एक व्यक्ति ने कहा कि उसके पति जाले यादव ने उससे पैसे लिए थे. वह गुड़िया से पैसे की मांग करने लगा अन्यथा जमीन केबाला कर देने की बात करने लगा. जबरन गुड़िया से कुछ जमीन केबला भी करवा लिया गया.
दूसरी तरफ गुड़िया के पति के हिस्से की जमीन को उसके भैसूर के पुत्रों का कब्जा था. धर्मवीर ने कहा कि वह हमेशा गुड़िया के पक्ष में बोलता था इसलिए समाज के कुछ लोगों ने इस मदद की भावना को नाजायज रिश्ता कह कर कलंकित किया. जब समाज उसे भी बुरी नजरों से देखने लगा तो अंततः उसने और गुड़िया ने मिलकर शादी कर लेने का निर्णय लिया और शादी कर सब के मुंह पर ताला लगा दिया
. धर्मवीर ने कहा एक तो पहले से जमीन विवाद चल रहा था दूसरी तरफ जब उसने गुड़िया के साथ शादी कर ली तो गुड़िया के भैसूर के लड़कों पर खून सवार हो गया था जिसका अंदाजा ना तो गुड़िया को था और न ही उसे था. गुरुवार को देर शाम गुड़िया को उसके भैसूर के पुत्रों विकास यादव, मृत्युंजय यादव और मिथुन यादव ने बुलाकर पहले झगड़ा किया फिर गोली कर उसकी हत्या कर दी. धर्मवीर यादव के लिखित बयान के आधार पर दर्ज की गई प्राथमिकी में भी तीनों को नामजद किया गया है.
गुड़िया की तीन पुत्री और तीन पुत्रों से छीन गया मां का साया
कहते हैं थानाध्यक्ष
नवगछिया खाने के थाना अध्यक्ष शैलेश कुमार ने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. जल्द ही घटना में शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
गुड़िया की सबसे बड़ी लड़की कोमल की शादी हो चुकी है जबकि सपना कुमारी (12), पीयूष कुमार (08), प्रीति कुमारी(06), शिवम कुमार (04), और मासूम विष्णु कुमार पूरी तरह से बेसहारा हो गए हैं. फिलहाल सभी बच्चों की देख रेख गुड़िया के दूसरे पति धर्मवीर ही कर रहे हैं. मां की हत्या के बाद बच्चे मायूस हैं.