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ढोलबज्जा: बिहार में इन दिनों प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की वार्षिक परीक्षा चल रही है. जहां शिक्षा विभाग की उदासीनता रवैए से मवि ढोलबज्जा में परीक्षा दे रहे स्कूली बच्चों को प्रश्नपत्र नहीं मिलने से परेशान हैं. परीक्षार्थियों ने निजी दुकानों से अपना प्रश्नपत्र खरीद कर परीक्षा देने को मजबूर हैं. जिसमें एक छात्र को प्रश्नपत्र खरीदने में करीब 20-22 रुपए की खर्च लग रहे हैं. शनिवार को प्रश्नपत्र खरीदने के लिए ढोलबज्जा के एक दुकान में करीब 10:15 बजे स्कूली बच्चों की भीड़ उमड़ते देखा गया. सभी बच्चे एक हीं प्रश्नपत्र को फोटोकॉपी करा ले रहे थे. विद्यालय प्रधानाध्यापक से संपर्क संपर्क नहीं हो पाया.

स्कूल के शिक्षक घनश्याम कुमार ने बताया कि- हर कक्षा में, हर एक विषय के लिए एक हीं प्रश्नपत्र विभाग से मिले हैं. पदाधिकारी के द्वारा कहा गया है कि इसी प्रश्नपत्र से सभी बच्चों को ब्लैकबोर्ड पर प्रश्न लिखा कर परीक्षा ले ली जाय. लेकिन, कुछ बच्चे ब्लैकबोर्ड से प्रश्न लिख कर परीक्षा देना असुविधाजनक समझा. प्रश्नपत्र से परीक्षा देने में सहुलियत हो इसलिए कुछ छात्रों ने अपने पैसे से प्रश्नों की फोटोकॉपी करा परीक्षा दे रहे हैं. वहीं कुछ लोगों ने आरोप लगा रहे हैं कि नवगछिया के छः प्रखंडों में प्रयाप्त प्रश्नपत्र है. सिर्फ नवगछिया बीआरसी में इस तरह की समस्या है.

जिससे परीक्षा दे रहे बच्चे परेशान हैं. वहीं ढोलबज्जा के सरपंच सुशांत कुमार ने भी मवि ढोलबज्जा पहुंच कर जांच पड़ताल किया है. नवगछिया बीईओ विजय कुमार झा ने बताया कि- कोरोना काल से पहले 20 मार्च 2020 को हीं प्रश्नपत्र मिला था. 22 मार्च को लॉकडाउन लगने से परीक्षा स्थगित हो गई. शिक्षा विभाग से निर्देश मिला कि दो साल पहले मिले उसी प्रश्नपत्र से परीक्षा ले ली जाय. जितना बचे हुए प्रश्नपत्र थे सभी स्कूलों को उपलब्ध कराया गया है. कई जगह की चार्ज मिलने से व्यस्तता के कारण इस संबंध में बीआरसी के अपने कर्मियों से जानकारी नहीं ले पाए हैं. आपने इसकी जानकारी दिया. जिसे संज्ञान में लेकर, सोमवार को इस समस्या की निदान कर दी जायेगी.

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