नवगछिया जीआरपी थाना कांड संख्या 20/22 के स्वर्ण व्यवसायी के साथ हुए 2.5 किलो से ज्यादा लूट कांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। कटिहार रेल एसपी ने प्रेस वार्ता पूरे मामले की क्राइम स्टोरी बताई। रेल एसपी डॉ संजय कुमार भारती ने बताया कि पिछले सप्ताह 25 जून को सियालदा से सहरसा जा रहे व्यवसायी पारस मणी से सोने की लूट को अंजाम दिया गया था। मामले में डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम बनायी गई थी, जिसमें जीआरपी नवगछिया थाना अध्यक्ष के साथ लोकल थाना को भी लगाया गया था। इस मामले में कटिहार जिला अंतर्गत डमरिया गांव निवासी मोहम्मद बाबर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
कटिहार के कादर टोला के खुशीलाल मंडल, अररिया जोगबनी के राजू मंडल, कटिहार खेरिया के विनोद यादव एवं पीड़ित व्यवसायी के ही रिश्तेदार गुलजारबाग मधेपुरा के संतोष सोनी एवं राजस्थान बीकानेर निवासी मनोज सोनी के द्वारा इस लूट कांड को अंजाम दिया गया था। गिरफ्तार 6 अपराधियों के पास से सोने का बिस्किट 358.900 ग्राम, सोने की चार पीस, सोने का झुमका वजन, और अतिरिक्त में 456 ग्राम गोल्ड बरामद किया गया। इसके साथ ही अपराधियों के पास से नेपाली करेंसी, आधार कार्ड के पास मोटरसाइकिल हीरो स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल किया गया है।
2 किलो 782. 893 ग्राम सोने की लूट का हुआ उद्भेदन
करोड़ों का सोना लूट कांड में छह अपराधी धरे गए
रिश्तेदारों ने ही जलन में करवाया लूट।
एसपी ने बताया कि स्वर्ण व्यवसायी पारस मणी के चचेरे भाई संतोष सोनी ने ही साजिश रचकर लूट की घटना को अंजाम दिलवाया। व्यव्सायी पारस मणी मूलतः बीकानेर राजस्थान का रहने वाला है लेकिन वह 15 वर्षों से मधेपुरा में कारोबार कर रहा है। उसके चचेरे भाई संतोष सोनी का भी मधेपुरा में सोने की दुकान है। संतोष की सोने की दुकान कम चलती है इसीलिए जलन में ही उसने साजिश रचकर घटना को अंजाम दिलवाया। पारस और संतोष कोलकाता में एक ही एजेंट से सोना लेते थे।
गोल्ड लूट की क्राइम स्टोरी
पारस के कोलकाता से सोना लाने जाने की सूचना संतोष ने राजस्थान के मनोज सोनी को दी थी। उसने अपराधी राजू मंडल को इस घटना में शामिल किया, जिसका नेपाल के अपराधियों के साथ उठना बैठना था। घटना को अंजाम देने के लिए राजू मंडल ने कुर्सेला के अपराधियों से सेटिंग की। राजू भी कोलकाता चला गया। वहीं कोलकाता के धर्मशाला में मनोज सोनी और राजू मंडल ने डेरा डाल लिया। संतोष सोनी ने 30 हजार में अपराधियों से सेटिंग कर चुका था।
वहां से चलने पर मनोज सोनी ने ट्रेन का बोगी और बर्थ नम्बर सभी राजू मंडल को बता दिया। कटिहार मे राजू मंडल का साथी भी चढ़ा। काढ़ागोला और बखरी के बीच घटना को अंजाम देने के बाद चारो दक्षिण दिशा में भागे और चार उत्तर दिशा की ओर निकल गए, यहां मरकिया गांव में कुछ लोगों ने इन्हें घेर लिया। इसी बीच गांव के एक आदमीं ने सभी को बचा लिया। खुशी लाल मंडल ने सभी को मोटरसाइकिल पर डमरिया चौक तक पहुंचाया। वहां से सभी जोगबनी की ओर भागे। बथनाहा में सोने का बंटवारा किया गया। संतोष सोनी ने सोनी का तीसरा हिस्सा देने की बात कही।
राजस्थान फरार होते समय हुई गिरफ्तारी
एसपी ने बताया कि मनोज सोनी का परिवार ट्रेन से राजस्थान के बीकानेर जा रहा था। इसी दौरान मानसी में जब जांच की गई तो सोना और 20 लाख रुपया बरामद हुआ। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज से भी अपराधियों की पहचान हो गई। मरकिया गांव से अपराधी जब बाइक से जा रहे थे उसी समय राजू मंडल की पहचान सुनिश्चित की गई। इसकी गिरफ्तारी के बाद कांड की परत दर परतें खुलने लगी। एसपी ने कहा कि यह 15 से 20 लोगो का गैंग है। घटना में शामिल कुछ और लोगो की पहचान हो गयी है, जिनकी गिरफ्तारी भी जल्द से जल्द की जाएगी।