नवगछिया के उपकारा में बंदियों को गोपालन का प्रशिक्षण दिया गया। कहा गया कि कारामुक्त होने पर करेंगे गौपालन मिलेगा रोजगार बढ़ेगी आमदनी। यूको आरसेटी भागलपुर द्वारा अनुमंडल कारा नवगछिया में डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कम्पोस्ट प्रशिक्षण का समापन कार्यक्रम संपन्न हुआ।
प्रशिक्षण के दौरान उन्हें यूको आरसेटी भागालुर द्वारा गाय पालन, मार्केट रिसर्च,दुधारू गाय का चयन,गाय की स्वस्थ जानकारी,आहार की जानकरी,उत्पाद और बिक्री, वर्मी कम्पोस्ट ,परियोजना रिपोर्ट, प्रभावी संचार कौशल, बैंकिंग सुविधाएं, समय प्रबंधन की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 13 जून से 22 जून तक दिया गया। इस समापन कार्यक्रम में कारा अधीक्षक मु. तारिक अनवर, यूको आरसेटी भागलपुर के निदेशक अभय कुमार सिंह, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शशिभूषण सिंह, नम्रता रूही प्रोबेशन पदाधिकारी मौजूद थे। अनुमंडल कारा के संयुक्त रूप से प्रशिक्षित बंदियों को प्रमाण पत्र वितरण किया। कारा अधीक्षक ने कहा कि इस प्रशिक्षण से गाय पालन आधुनिक तरीके से करेंगे तो मुनाफा ज्यादा होगा।
मुनाफा ज्यादा होगा तो बंदी अपने जीवन को एक नई राह देकर एक सार्थक जीवन जी सकेंगे। वहीं यूको आरसेटी भागलपुर के निदेशक ने कहा की आप जब कारामुक्त हो कर वापस अपने समाज में जायेंगे तो बहुत सी समस्या रहेगी। सबसे बड़ी समस्या आमदनी की होगी। यही समय होगा जब आपके प्रशिक्षण का लाभ मिलेगा। आपको अपना गाय पालन और वर्मी कम्पोस्ट में रोजगार स्थापित करने में मदद मिलेगी। गाय पालन का व्यवसाय सिर्फ एक आय का स्रोत ही नहीं बल्कि लोगों के लिए रोजगार, गरीबी और कुपोषण पर काबू पाने पर भी मदद करता है।
गाय पालन अपने आप में एक मुनाफे का सौदा है, जिससे कृषि में भी मदद मिलती है और दोगुनी कमाई भी होती है।गाय पालन में मुख्य रूप से दूध से बने उत्पाद आपको ज्यादा मुनाफा दे सकते हैं। जब गायों से आपको दूध मिलने लगे तो उसे सीधा बेचने के बजाय उससे तरह तरह के प्रोडक्ट बना ले जैसे- खोया, पनीर, दही, लस्सी, घी इत्यादि। जिनसे आपकी अच्छी कमाई हो पायेगी और आप घर से बनी चीजों का लाभ ले पाएंगे।