नवगछिया निवासी आयुष आनंद ने सर्वोच्च न्यायालय की एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड परीक्षा पास कर सर्वोच्च न्यायालय में सीधे वकालत करने का दर्जा प्राप्त कर न केवल नवगछिया बल्कि भागलपुर जिले का नाम रौशन किया है मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट में बतौर अधिवक्ता लंबे समय से प्रैक्टिस कर रहे आयुष आनंद मूल रूप से खरीक प्रखंड के कठेला गांव के रहने वाले हैं तथा लंबे समय से सर्वोच्च न्यायालय में भारत के वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ.
लूथरा के मार्गदर्शन में वकालत कर रहे हैं उन्होंने एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड की परीक्षा पास कर एक बड़ी मंजिल व मुकाम हासिल किया है इसे लेकर बुधवार को उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बी आर गवई ने सम्मानित किया है आयुष आनंद की मां श्रीमती रंजू देवी सिविल कोर्ट नवगछिया में वकील है तथा उनके पिता स्वर्गीय सत्येंद्र नारायण चौधरी कौशल भी नवगछिया बार के.
अध्यक्ष के रूप में लंबे समय तक रहे थे तथा एक सफल वकील के रूप में हुए इलाके में जाने जाते थे आनंद ने बताया कि उन्होंने दिल्ली से लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद सर्वोच्च न्यायालय में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस शुरू की थी उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित संस्थान कैंपस लॉ सेंटर से लॉ की पढ़ाई पूरी की है आनंद की सफलता पर उनके ग्रामीण इलाके के लोग अपार खुशी महसूस कर रहे हैं संभवत भागलपुर जिले के पहले ऐसे अधिवक्ता है जो कि एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड के रूप में सुप्रीम कोर्ट में नामित हुए हैं।