नवगछिया के सकुचा गांव के विषहरी मंदिर में मां विषहरी की प्राण प्रतिष्ठा की गई। श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के नेतृत्व में पंडितों ने यहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को संपादित किया। इसके बाद स्वामी आगमानंद जी महाराज ने मां विषहरी की पूजा की। इस दौरान वहां पांच सौ से ज्यादा लोग आ गए थे। स्वामी आगमानंद जी महाराज ने सबको आशीर्वाद देते हुए कहा कि आपका यह गांव कोसी के तट पर स्थित है। बीच-बीच में कोसी मइया की त्रासदी आपलोगों को परेशान करती है। इसके बावजूद आपलोग परेशान नहीं होते, क्योंकि इस गांव में कई मंदिर हैं। विषहरी मंदिर में मां विषहरी की प्राण प्रतिष्ठा हुई,
इससे आप लोगों की रक्षा होगी। साथ ही यहां हनुमान मंदिर का भी निर्माण हो रहा है। यह गांव आध्यात्मिक दृष्टि से काफी उन्नत हैं। उन्होंने अंगिका भाषा में सभी को संबोधित किया। इस दौरान 22 जनवरी को अयोध्या में हो रहे भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की चर्चा की। कहा कि इस दिन को आप सभी उत्सव के रूप में मनाएं। घरों एवं मंदिरों को सजाएं। दीपक जलाएं। रंगोली बनाएं। राम पर चर्चा करें। सीताराम और रामधुन करें। रामचरितमानस, सुंदरकांड, हनुमानचालीसा का पाठ करें। सत्संग, भजन व प्रवचन करें। इस दौरान कुंदन बाबा, पंडित प्रेम शंकर भारती आदि मौजूद थे।