नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत गोपालपुर प्रखंड स्थित ज्ञान वाटिका विद्यालय में शनिवार को शोकसभा आयोजित कर पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार झा ने कहा कि डॉ. सिंह का योगदान देश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने में अमूल्य है। उनकी विद्वता और दूरदृष्टि ने भारत को आर्थिक संकट से उबारा। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह ने राइट टू एजुकेशन, आधार कार्ड और मनरेगा जैसी योजनाओं की शुरुआत की, जो देश की उन्नति में मील का पत्थर साबित हुईं।
सामाजिक विज्ञान के शिक्षक सुमित कुमार ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के अर्थशास्त्र का लोहा पूरी दुनिया मानती है। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में डी लिट की उपाधि प्राप्त की और भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में मजबूती दिलाई। वरिष्ठ शिक्षक मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि आज अगर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तो इसका श्रेय डॉ. सिंह की दूरदर्शिता और उनकी नीतियों को जाता है।
सहायक शिक्षक सर्वेश कुमार ने डॉ. सिंह के सौम्य स्वभाव और लंबे प्रधानमंत्री कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि वे देश के तीसरे ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने सबसे लंबे समय तक इस पद पर सेवा दी। उन्होंने नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद यह उपलब्धि हासिल की। अंग्रेजी शिक्षक राकेश कुमार ने बताया कि डॉ. सिंह न केवल देश के प्रधानमंत्री रहे, बल्कि उन्होंने वित्त मंत्री और आरबीआई गवर्नर के रूप में भी अपनी अमिट छाप छोड़ी।
इस दौरान विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने दो मिनट का मौन धारण कर डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। शोकसभा में विद्यालय के अन्य शिक्षकों और छात्रों ने भी अपने विचार साझा किए और डॉ. सिंह की उपलब्धियों को याद किया।