भाकपा-माले ने आज देश भर में नक्सलबाड़ी किसान विद्रोह के महान शिल्पी और अपने संस्थापक महासचिव कामरेड चारु मजूमदार की 50वीं शहादत दिवस मनायी। नवगछिया प्रखंड अंतर्गत गंगानगर पुस्तकालय भवन में संकल्प सभा आयोजित की गयी। इस अवसर पर पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं ने शहीद कॉमरेड चारु मजूमदार की तस्वीर पर माल्यार्पण की और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें व वाम-जनवादी आंदोलन के तमाम शहीदों को श्रद्धांजलि दी। संकल्प सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने शहीद चारु मजूमदार के सीखों की विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने कहा कि आज के मोदी शासन में जनता का जीवन, जीवनयापन के साधन और स्वतंत्रताओं पर गम्भीर खतरा मंडरा रहा है, गणतंत्र को धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र की संवैधानिक प्रतिबद्धता से वंचित किया जा रहा । कामरेड चारु मजूमदार की शहादत के पचासवें वर्ष में हम स्वयं को एक असाधारण परिस्थिति के बीच देख रहे हैं। हमारे लिए यह दिन भारत के क्रांतिकारी कम्युनिस्ट आन्दोलन में उनके गौरवशाली योगदान से प्रेरणा लेने का अवसर है। साथ ही यह उनकी पार्टी को मजबूत और उसे आज की चुनौतीपूर्ण परिस्थिति के अनुरूप हर तरह से समर्थ बनाने का संकल्प लेने अवसर भी है।
महागठबंधन के राज्यव्यापी आह्वान पर महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण, बुलडोजर राज, साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण आदि के खिलाफ सात अगस्त को भागलपुर में आयोजित प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में शामिल होने का आह्वान किया गया। संकल्प सभा को सम्बोधित किए भाकपा-माले के जिला सचिव विन्देश्वरी मंडल, प्रखंड सचिव रामदेव सिंह इनौस के राज्य सह सचिव गौरीशंकर राय, ब्रांच सचिव राजेंद्र पंडित, वकील मंडल, राधेश्याम रजक,रविंद्र मिश्र, कांग्रेस जी, जयप्रकाश शर्मा, प्रमोद मंडल, अनिल यादव,सहित सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्त्ता शामिल थे।