नवगछिया शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में महिलाओं ने करवा चौथ व्रत के माध्यम से धरती का चांद निर्जला व्रत रखकर आसमान के चांद का दीदार किया और फिर अपने पति रूपी सूर्य की सलामती के लिए मंगलकामनाएं की ,सुहागिनों का बहुप्रतीक्षित निर्जला करवा चौथ का व्रत रखकर पति की सलामती एवं उन्नति की कामना की।
शाम को चांद निकलने से पहले पूजन अर्चना किया गया और उसके बाद चंद्रदर्शन के साथ सुहागिनों ने व्रत तोड़ा और पति व अपने बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त किया,मौके पर पति ने अपनी पत्नी को उपहार भी दिए ,आज करवा चौथ व्रत पर “जब तक गंगा यमुना में पानी रहे तब तक मेरे सजना की जिंदगी रहे” की कामना के साथ उस सुहागिनों ने अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा करवाचौथ पर सुहागिनों ने रंग बिरंगे परिधान पहन आभूषण पहनकर तथा विभिन्न प्रकार के सिंगार पर जोड़ी में करवाचौथ की पूजा की।