नवगछिया में नवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। गुरुवार को नवरात्रि का पहला दिन था और श्रद्धालु शुद्ध मन से माँ दुर्गा के दरबार में पहुँचने लगे हैं। तेतरी दुर्गा मंदिर, जो बिहार के प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों में से एक है, में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो चुका है। यहाँ लोग अपनी मुरादें मांगने और माँ का आभार व्यक्त करने के लिए जुट रहे हैं।
गुरुवार दोपहर कलश पूजा के बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना की प्रक्रिया आरंभ हुई । नवरात्रि के पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ में तेजी से वृद्धि होने की उम्मीद है। विशेषकर, पांचवें दिन के बाद यहाँ दर्शनार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय इजाफा होता है, जो विसर्जन तक लाखों की संख्या में पहुँचते हैं।
तेतरी दुर्गा मंदिर का समृद्ध इतिहास
तेतरी दुर्गा मंदिर का इतिहास 425 साल पुराना है। मान्यताओं के अनुसार, एक भक्त को स्वप्न में दर्शन हुए कि कलबलिया धार में एक मेढ़ बहकर आया है, जिसे रखकर माँ दुर्गा की प्रतिमा बनाई जाए। इसके बाद उस मेढ़ को यहाँ स्थापित किया गया और पूजा-अर्चना का क्रम शुरू हुआ। कुछ वर्षों बाद, यहाँ एक भव्य मंदिर का निर्माण किया गया, जो आज श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है।
तेतरी दुर्गा मंदिर की भव्यता और माँ दुर्गा की प्रतिमा का सौंदर्य दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। इस पावन अवसर पर, मंदिर परिसर में विशेष सजावट की गई है, जिससे वातावरण में एक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हो रहा है। श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति का यह पर्व सभी के लिए सुख और समृद्धि की कामना करता है।