- लोक गायक मिथुन महुआ ने भगवान प्रलय के गीतों को गाकर किया उन्हें याद
नवगछिया – अंगिका के प्रसिद्ध कवि भगवान प्रलय के निधन पर नवगछिया में एक वर्चुवल सभा का आयोजन कर उन्हें याद किया गया. इस सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ कलाकार विनोद प्रसाद गुप्ता कर रहे थे जबकि लोक गायक मिथुन महुआ ने भगवान प्रलय के कई गीतों को गा कर उनकी याद को ताजा कर दिया.
मौके पर मिथुन महुआ ने कहा कि भगवान प्रलय के गीतों में आंचलिकता की खशबू परवान पर होती है जबकि उनके हरेक गीतों के दर्द अंग क्षेत्र के यथार्थ से जोड़ते हैं. उनके गीतों में प्रकृति सौंदर्य और गांवों के ठेठ पन के अनूठे संगम को एहसास किया जा सकता है. मौके पर विनोद प्रसाद गुप्ता ने कहा कि जिस प्रकार भोजपुरी में भिखारी ठाकुर और महेंद्र मिसिर को याद किया जाता है उसकी प्रकार भगवान प्रलय के गीतों को अंग क्षेत्र में याद किया जाता रहेगा.
मौके पर कोरियोग्राफर धर्मेन्द्र गुप्ता मौजूद थे तो दूसरी तरफ वर्चुवल शोक सभा मे बाबा गणिनाथ सेवा समिति के अध्यक्ष पंकज कुमार भारती, सौगंध साह, राहुल कुमार, चंद्रगुप्त गुप्ता समेत कई लोगों ने श्रंद्धाजलि व्यक्त किया है.