नवगछिया में बड़े पैमाने पर कोरोना वरियर्स संक्रमित हुए हैं. नवगछिया पुलिस जिले में 60 से भी अधिक पुलिसकर्मी विगत 10 दिनों में संक्रमित हो गए हैं. ऐसे में पुलिस कर्मियों के बीच कोरोना का जबरदस्त स्थिति देखा जा रहा है. लेकिन पुलिसकर्मियों का हौसला बुलंद है और वे लोग दिन रात लगातार लोगों को सेवा दे रहे हैं. रविवार को नवगछिया हाई स्कूल के पास प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मी बिना मास्क के चल रहे एक व्यक्ति को इस तरह समझा रहे थे, ‘ देखिए हम लोग हर वक्त मास्क पहनते हैं, जब आवास पर जाते हैं और आईना देखते हैं तो मास्क ही नजर आता है. मास्क लगाने की ऐसी आदत पड़ गई है कि जब सोते हैं तो मास्क को खोल कर सोते हैं लेकिन ऐसा लगता है कि वह मास्क पहन कर ही सो रहे हैं. आपकी थोड़ी सी लापरवाही आपके पूरे परिवार को और असुरक्षित कर सकती है इसलिए मास्क जरूर पहने. नवगछिया में दो जगहों पर पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई है. यह लोग शहर में आने वाले प्रतिबंधित वाहनों को शहर से बाहर ही रोक दे रहे हैं. जिससे शहर में भीड़ भी नहीं लग रही है. देर शाम सब्जी मंडी की हालत चिंताजनक जरूर रहती है लेकिन इसका फिलहाल कोई विकल्प भी नहीं है.
पदाधिकारियों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग में रहे. दूसरी तरफ नवगछिया के बुद्धिजीवी भी बखूबी समझ रहे हैं की सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना से एकमात्र बचाव का उपाय है. क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया के अध्यक्ष चंद्रगुप्त साह इन दिनों सोशल मीडिया के माध्यम से और लोगों को व्यक्तिगत रूप से फोन करके घरों में रहने के लिए अभियान चला रहे हैं. श्री साह ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझना चाहिए और खुद घर में तो रहना ही चाहिए साथ ही साथ अपने प्रिय जनों को फोन करके घर में रहने की सलाह देना चाहिये. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नवगछिया के लोक गायक मिथुन महुवा दिन में 3 घंटे तक अपने जान पहचान वाले लोगों को लगातार फोन करते हैं और फोन पर ही उनके फरमाइश का गाना उन्हें सुनाते हैं. इन दिनों यह उनकी नियमित दिनचर्या में शामिल हो गया है.
बाबा स्फोटाचार्य ने कहा
नवगछिया के तत्वज्ञानी आशीष बाबा उर्फ स्फोटाचार्य ने कहा कि कोरोनावायरस सर्दी का बड़ा भाई है. सर्दी भी एक वायरल बीमारी है और इसका भी कोई ठोस इलाज होम्योपैथ या एलोपैथ में नहीं है. सर्दी भी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खाँसने छीकने या सांसों के संपर्क में आने से हो जाता है. लेकिन सर्दी कोरोना वायरस से कम खतरनाक है. गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को अगर सर्दी हो जाए तो कोई खास फर्क नहीं पड़ता है लेकिन कोरोनावायरस पुराने रोगियों के लिए खतरनाक है जबकि आम जनता को इससे घबराने की जरूरत नहीं है. आम लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए उपाय करना चाहिए. इस उपाय में शुद्ध सात्विक भोजन, और तुलसी, आंवला और कच्चे केले का सेवन करना चाहिये. बाबा ने दावा किया है कि बिना किसी दवाई के ही उन्होंने कई कोरोनावायरस ठीक कर दिया है.