- एक सप्ताह से आपूर्ति में आई है कमी, महज आठ से दस घंटे लोगो को मिल रही है बिजली
नवगछिया : नवगछिया अनुमंडल की बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. नवगछिया शहरी क्षेत्र के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले एक सप्ताह से महज आठ से दस घंटे ही बिजली की आपूर्ति हो रही है. स्थिति यह है कि बिजली जो कटती है तो लगातार कई घंटों तक गायब रहती है. बिहपुर में रात में कटी बिजली लगतार सात से आठ घंटे तक गायब रही. गुरुवार की रात तीन बजे कटी बिजली शुक्रवार की दोपहर 12 बजे आई. इस दौरान महज दस मिनट बिजली रही इसके बाद फिर चली गई।
शुक्रवार को पूरे दिन में महज दो घंटे बिजली की आपूर्ति की गई थी. जबकि समय चार बजे से बिजली स्थिति हुई. नवगछिया शहरी क्षेत्र की बिजली आपूर्ति भी कुछ ऐसी ही है. शहर में महज 12 से 14 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है. बिजली आपूर्ति में हुई कटौती से लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र रंगरा, कदवा, खरीक, नारायणपुर, गोपालपुर में भी बिजली आपूर्ति की स्थिति दयनीय हो गई है।
राजद के जिला प्रवक्ता विश्वास झा एवं गोपालपुर प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद चौबे ने कहा कि बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. सरकार निर्बाध बिजली का दावा करती है धरातल पर कुछ ओर ही है. स्थिति यह है कि बिजली के कारण पंखे की हवा भी नसीब होना सपने जैसा हो जाता है. ये आलम तब है जब लॉकडाउन के कारण अधिकांश उद्योग बंद है। कई दुकानें, होटल, कारखाना आदि बंद होने के बाद भी लोगों को पांच घंटे भी सही से बिजली नसीब नहीं है. लगभग सभी फिडरों के जे. ई. विभागीय फोन रखते हैं पर किसी के फोन को उठाते तक नहीं हैं।
किसी भी समस्या का शिकायत करने पर उसे टाल दिया जाता है और यदि बिजली की स्थिति को लेकर विभाग के अधिकारियों को फोन किया जाता है तो वे बेतुके रवैये से पेश आते हैं. गोपालपुर राजद प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद चौबे ने कहा कि बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन करेंगे. इधर विधुत विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रभात रंजन ने कहा कि बिहपुर एवं नारायणपुर फीडर को लगातार 33 केवी बिजली की आपूर्ति हुई है. बारिश एवं तकनीकि गड़बड़ी होने पर ही बिजली बाधित होती है. बिहपुर में बिजली किस कारण बाधित हुई थी इसकी जानकारी लेंगे. खरीक हाईलेवल फीडर नए होने के कारण कई तरह की तकनीकी समस्या उत्पन्न होने के कारण आपूर्ति प्रभावित हो रही है. दो सप्ताह के अंदर तकनीकी कमियों को दूर कर उसमें भी सुधार कर दिया जाएगा।