नवगछिया : नवगछिया शहर में फर्जी पैथोलॉजी और क्लीनिकों का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है, जहां कई फर्जी डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इस बीच, गोपालपुर प्रखंड के सिंधिया मकनपुर निवासी राकेश कुमार पिता नागेश्वर साह ने अपने 6 महीने के नवजात शिशु के गलत इलाज का आरोप प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बीपी चौधरी पर लगाया है।
राकेश ने बताया कि वह 22 अक्टूबर को अपने बच्चे को डॉ. बीपी चौधरी के क्लीनिक लेकर गए थे, जो नवगछिया के रुंगटा बालिका स्कूल के पास स्थित है। इलाज के बाद, डॉक्टर ने खून का सैंपल जांच के लिए नवगछिया के महराज जी चौक के समीप नेताजी कटरा में स्थित सिलीगुड़ी पैथो लैब भेजा। राकेश का कहना है कि डॉक्टर ने स्पष्ट किया कि रिपोर्ट केवल सिलीगुड़ी पैथो लैब की मान्य होगी।
सैंपल जांच के बाद, रिपोर्ट में बच्चे को कई गंभीर बीमारियों का सामना करने की बात कही गई। डॉक्टर ने इलाज के लिए 2600 रुपये प्रति दिन की सुई 5 दिनों तक लगाने का निर्देश दिया। यह सुनकर राकेश और उसके परिवारवाले घबरा गए और बच्चे को लेकर भागलपुर के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. शंभू शरण के पास पहुंचे। वहां जांच के बाद, रिपोर्ट नेगेटिव आई और डॉक्टर ने बताया कि बच्चे को कोई गंभीर समस्या नहीं थी, केवल हीमोग्लोबिन कम था।
राकेश ने नवगछिया थाने में भी शिकायत के लिए आवेदन दिया है। उनका कहना है कि क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण कई बच्चों और लोगों की जान खतरे में पड़ रही है। उन्होंने मांग की है कि नवगछिया पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच करें और अवैध रूप से चल रहे पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर कार्रवाई करें।
वहीं, नेताजी कटरा स्थित सिलीगुड़ी जांच केंद्र की संचालिका संवेदना चौधरी ने कहा कि उनके पास सीबीसी मशीन है, और रिपोर्ट में थोड़ा फर्क होना सामान्य है। दूसरी ओर, डॉ. बीपी चौधरी के क्लीनिक में पूछने पर बताया गया कि डॉक्टर साहब केवल ओपीडी समय में उपलब्ध रहते हैं। कोई भी जानकारी वही देते हैं । वही डॉक्टर साहब से संबंध में उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क असफल रहा ।
अधिकारिक रूप से नाम न छापने पर एक दवा दुकानदार ने जानकारी दी कि नवगछिया में डॉक्टरों को जांच के लिए 50% तक कमीशन मिलता है, जिससे पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड सेंटर मरीजों से अधिक पैसे वसूल करते हैं।
इस घटना ने नवगछिया के स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़ा कर दिया है, और लोगों ने सुधार की मांग की है।