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नवगछिया प्रतिनिधि – नवगछिया के नगरह गांव में प्रसाद खाने के बाद 50 से अधिक लोगों की स्थिति गंभीर हो गयी है. प्रसाद खाने के बाद बीमार हुए लोगों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में मामला आते भागलपुर सिविल सर्जन के निर्देश पर मेडिकल टीम को गांव भेजा गया है. गांव पहुंची मेडिकल टीम ने बीमार लोगों का इलाज किया है. जबकि अधिकांश लोग गांव के ही ग्रामीण चिकित्सकों से इलाज करवा रहे हैं.

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मेडिकल टीम का नेतृत्व कर रहे नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक अरुण कुमार सिन्हा और नवगछिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वरुण ने कहा कि स्थिति को सामान्य है और किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार है. घटना गुरुवार दोपहर की है. गांव के ही कैलाश सिंह के यहां सत्यनारायण पूजा आयोजित की गई थी. पूजा के बाद गांव में प्रसाद का वितरण किया गया.

प्रसाद खाने के एक घंटे के बाद ही प्रसाद खाने वाले लोगों के पेट में दर्द होना शुरू हो गया और देखते ही देखते ज्यादातर लोग उल्टी और दस्त से पीड़ित हो गए. प्रसाद खाने से बीमार हुए लोग गुरुवार और शुक्रवार को गांव में ही ग्रामीण चिकित्सक के यहां इलाज करवाते रहे. जब शनिवार को भी सभी ग्रामीणों की स्थिति सामान्य नहीं हुई तो ग्रामीण स्तर से इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों सहित सिविल सर्जन भागलपुर को दी गई.

सिविल सर्जन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो एंबुलेंस के साथ नवगछिया के पीएचसी प्रभारी डॉ वरुण के नेतृत्व में एक मेडिकल टीम को गांव भेजा गया. मेडिकल टीम ने एक व्यक्ति को इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल लाया. इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल आए श्याम बहादुर सिंह ने कहा कि प्रसाद खाते ही उन्हें पहले पेट दर्द हुआ फिर उल्टी और दस्त शुरू हो गया.

दो दिनों तक उन्होंने गांव में ही इलाज करवाया लेकिन जब ठीक नहीं हुए तो मेडिकल टीम के साथ हुए इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल आए हैं. दूसरी तरफ ज्यादातर लोगों का अभी भी गांव में ही ग्रामीण चिकित्सक द्वारा इलाज किया जा रहा है. मेडिकल टीम के पहुंचने के बाद कई लोगों ने अपनी स्थिति को सामान्य बताते हुए इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल जाने से भी मना कर दिया. मेडिकल टीम ने गांव में दवा का भी वितरण किया है.

शक्कर या दूध विषैला

सत्यनारायण पूजन के दौरान बनाए गए प्रसाद में विषैला क्या था यह किसी को अभी तक पता नहीं चल पाया है. पूजन का आयोजन करने वाले कैलाश सिंह ने बताया कि प्रसाद में शक्कर, केला, दूध और कुछ घरेलू चीजों का भी इस्तेमाल किया गया था. शक्कर और दूध की उन्होंने खरीदारी की थी. उन्हें शक है कि शक्कर या फिर दूध दोनों में से एक विषैला जरूर है जिससे सभी लोगों के साथ उनके परिवार के भी सभी सदस्यों की तबीयत काफी खराब हो गई.

इन लोगों की हालत हुई गंभीर

प्रसाद खाकर बीमार पड़े लोगों श्याम सिंह, माही कुमारी, सुनील सिंह, रवि कुमार, रीतु कुमारी, विनीता कुमारी, सुधीर सिंह, आनंद कुमार, मानस कुमार पुष्षा सिंह, आरती देवी, अरूण सिंह , साक्षी सिंह , गौरव कुमार, मिट्ठू जटाशंकर सिंह, रंजीत प्रसाद, शंभू सिंह, कन्हैया, राय बहादुर सिंह, सुनील सिंह, गुड्डू सिंह, प्रितम कुमार सिंह, संजीव कुमार सिंह,निशा देवी, नेहा कुमारी, वीणा कुमारी, मुरारी प्रसाद, किशन कुमार आदि ने बताया उनलोगों ने श्रद्धावश प्रसाद ग्रहण किया लेकिन उनलोगों को क्या पता था कि प्रसाद उनलोगों के लिये एक आफत बन जायेगा. बीमार पड़े सभी लोगों ने कहा कि आप लोगों की स्थिति कुल मिलाकर सामान्य है और वह 1 से 2 दिन में काम करने की भी स्थिति में आ जाएंगे.

प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा

नवगछिया के प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार ने कहा है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है लेकिन प्रसाद में किस तरह की चीजों का प्रयोग किया गया है यह जांच का विषय है. वह संबंधित विभाग को मामले से अवगत करा देंगे.

कहते हैं चिकित्सा पदाधिकारी

नवगछिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वरुण कुमार ने कहा कि सबों की स्थिति सामान्य है. गांव जाकर मेडिकल टीम में जिन्हें इलाज की जरूरत थी उनका इलाज किया है. एक व्यक्ति की हालत आंशिक रूप से गंभीर थी तो उसे नवगछिया में बुलाया गया है जिसकी हालत अब सामान्य है.

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