खतरनाक घाट को चिन्हित करते हुए लाल कपड़े का बैनर लगाकर प्रचार करे यह बाते एसडीओ ने शांति समिति की बैठक में कहा। छठ पूजा शांति पूर्वक संपन्न करवाने के लिए अनुमंडल कार्यलय के सभागार में शांति समिति की बैठक किया। अनुमंडल पदाधिकारी ने निर्देशित किया कि सभी सीओ एवं थानाध्यक्ष अपने अपने सभी घाटों का भौतिक सत्यापन कर सुनिश्चित कर ले कि किन किन घाटों की स्थिति खतरनाक हैं। वैसे घाटों को चिन्हत कर व्यापक प्रचार प्रसार करे। खतरनाक घाट पर लाल कपड़ा का बैनर लगायेंगे। रंगरा सीओ ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में कहीं भी लोग समूह में छठ पूजा नहीं करते हैं। गंगा एवं कोसी का आठ से 10 किलोमीटर का किनारा हैं। छींट फूट पूजा होती हैं। ऐसे में बैरेकेटिंग नहीं हो सकती।
थानाध्यक्ष व सीओ को निर्देश दिया गया कि खतरनाक घाट पर छठ वर्ती नहीं जाए। वहां पर बैनर पोस्टर लगाकर व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। अधीक भीड़ वाले स्थान पर बैरेकेटिंग अवश्य करवा ले। खरीक सीओ ने बताया कि लोदीपुर, अठगामा, त्रिमुहान घाट, एवं महादेवपुर घाट के नदी की मुख्य धारा में पूजा होती हैं। महादवेपुर घाट में अत्यधीक भीड़ होती हैं। वहां पर बैरेकेटिंग की आवश्यकता हैं। साथ गोताखोर की भी प्रतिनियुक्ति की जायेगी। चोरहर में कटाव स्थल हैं वहां पूजा के लिए मना किया जायेगा। जहां पर सही स्थान होगा वहीं पूजा होगी।
इस्माइलपुर सीओ ने बताया कि इस्माइलपुर दुर्गा मंदिर के सामने वाले घाट पर बैरेेटिंग की जरूरत हैं। थानाध्यक्ष बिहपुर के द्वारा बताया गया कि सात स्थानों पर छठ घाट पर पूजा किया जाता हैं। नन्हकार, जयरामपुर, गंगा नदी में स्थिति सामान्य हैं। त्रिमुहान घाट एवं हरिओं कोसी नदी के किनारे अवस्थित हैं। वहां पर बैरिकेटिंग आवश्यक हैं। बिहपुर थाना के सामने एवं जमालपुर रेलवे ढाला के नीेच खतरनाक घाट हैं। वहां पर बैरेकेटिंग आवश्यक हैं।
नवगछिया थानाध्यक्ष ने बताया कि मिल्की विजयघाट पर बैरिकेटिंग जरूरी हैं। नारायणपुर सीओ ने बताया कि अमरी विशनपुर एवं दुधैला में भीड़ होती हैं। वहां पर गोताखोर की व्यवस्था की गई हैं। नगर प्रबंधक नगर परिषद नवगछिया के द्वारा बताया गया कि विगत वर्षों की भांति नगर परिषद के विभिन्न घाटो पर बैरिकेटिंग प्रकाश व साफ सफाई की व्यवस्था ससमय कर दी जायेगी। खरनई धार एवं गोशाला पोखर में एहतियातन गोताखोर की प्रतिनियुक्ति आवश्यक हैं।