नवगछिया अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अरुण कुमार सिन्हा द्वारा कथित रूप से बिना किसी कारण के अस्पताल में कार्यरत 12 सुरक्षा गार्डों को हटाए जाने के मामले में शुक्रवार को नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी ई अखिलेश कुमार द्वारा गठित जांच ने अस्पताल की जांच रिपोर्ट समर्पित कर दिया है. जांच टीम के द्वारा अस्पताल में व्यापक अनियमितता पाई है साथ ही अस्पताल के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी विभाष सिंह का पुत्र चंदन कुमार का अस्पताल में अवैध रूप से अवैध वसूली करने एवं अस्पताल के कार्य में हस्तक्षेप किए जाने की बात सही पाई है.
चंदन कुमार का अस्पताल में अवैध रूप से हस्तक्षेप करने के साक्ष्य भी जांच टीम के द्वारा समर्पित किया गया है. जांच टीम के जांच रिपोर्ट के आधार पर एसडीओ अखिलेश कुमार ने अस्पताल के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी विभाष सिंह एवं उनके पुत्र चंदन कुमार पर 107 की कार्रवाई की है.
एसडीओ अखिलेश कुमार ने कहा कि जांच टीम के रिपोर्ट में पाई गई अनियमितता के आलोक में यह कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में वे जिलाधिकारी एवं सीएस को भी लिखेंगे. एसडीओ ने कहा था कि अस्पताल के सुरक्षा गार्ड एक वर्ष पूर्ण होने पर हटाए जाने का प्रावधान है लेकिन अस्पताल में प्रतिनियुक्त सुरक्षा गार्ड मई माह से ही अस्पताल में कार्यरत हैं. मालूम हो कि पिछले दिनों अस्पताल उपाधीक्षक द्वारा 12 सुरक्षा गार्डों को कथित रूप से बिना किसी कारण के हटाने की अनुशंसा करने का मामला प्रकाश में आया था. इसके बाद सभी सुरक्षा गार्डों ने नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर नौकरी बचाने की गुहार लगायी थी. सुरक्षा गार्डों ने शिकायत किया था कि अस्पताल के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी विभाष सिंह का पुत्र अस्पताल में अवैध रूप से दलाली करता है और रोके जाने पर गाली गलौज करता है. इसी कारण से उनलोगों को एक साथ अस्पताल से हटाने की अनुशंसा की गयी है. एसडीओ ने तत्काल प्रभाव से सुरक्षा गार्डों को हटाने की कार्रवाई पर जांच होने तक रोक लगा दिया था.
इसके बाद जांच टीम में गोपालपुर बीडीओ प्रियंका कुमारी, गोपालपुर सीओ फिरोज इकबाल, रंगरा सीओ आशीष कुमार ने अस्पताल पहुच कर पूरे मामले की जांच थी. टीम ने दोनों पक्षों से करीब ढाई घंटे तक अलग अलग पूछताछ की गयी थी ।