


नवगछिया एसटीएसी थाना में कार्यरत होमगार्ड जवान विवेकानंद चौधरी के पुत्र छोटू कुमार के प्रेम प्रसंग को लेकर नवगछिया थाना में एक हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। छोटू कुमार ने नवगछिया थाना के पुलिस पदाधिकारी और अपने पिता पर मारपीट करने का आरोप लगाया। इस मामले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें छोटू यह कहता हुआ दिखाई दे रहा है कि नवगछिया थाना की पुलिस ने उसके पिता की पिटाई की है।
मिली जानकारी के अनुसार, लड़की का परिवार हाजीपुर का रहने वाला है, और वह राजेंद्र कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रह रही थी। लड़की के मकान में छोटू की बहन किराए पर रहती थी, और छोटू अक्सर अपनी बहन से मिलने जाता था। इसी दौरान छोटू और युवती के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया।

युवती ने नवगछिया थाना में एक आवेदन दिया था, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि छोटू ने सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर उसे परेशान किया। नवगछिया थाना की पुलिस ने दोनों को थाने बुलाया था, और बातचीत के दौरान समझौता हुआ था कि कोई भी एक दूसरे को परेशान नहीं करेगा।
छोटू कुमार का कहना है कि युवती राजेंद्र कॉलोनी में किराए पर रह रही थी, और वह अपनी बहन से मिलने के लिए वहां जाता था, जिसके बाद युवती से उसका संपर्क हुआ। दोनों के बीच प्रेम विवाह 31 जनवरी 2024 को हुआ था, लेकिन इसके बाद लड़की और उसके परिवार के लोग उसे परेशान करने लगे। इसी कारण, जून 2024 में छोटू ने आ”त्मह”त्या करने की कोशिश की थी, लेकिन इलाज के बाद उसकी जान बच गई।

फिर दोनों अलग रहने लगे, लेकिन युवती के परिजनों ने नवगछिया थाना में यह आरोप लगाया कि छोटू ने उसकी गलत आईडी बना कर उसे परेशान किया। इस पर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया और समझौता करवा दिया कि वे एक दूसरे को परेशान नहीं करेंगे।
हालांकि, जब छोटू समझौते के बाद थाने से बाहर निकल रहा था, तो उसे पुलिस पदाधिकारी से गालीगलौज का सामना करना पड़ा, और उसके बाद पुलिस ने बाप-बेटे को मारपीट का शिकार बना दिया, ऐसा छोटू का आरोप है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मामला और गरमाया है।
नवगछिया थानाध्यक्ष रवि शंकर प्रसाद सिंह ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस ने किसी के साथ मारपीट नहीं की, बल्कि पुलिस पदाधिकारी ने दोनों को डांट-फटकार लगाई थी। उन्होंने बताया कि युवती ने लड़के पर परेशान करने का आरोप लगाया था, लेकिन दोनों के बीच समझौता हो गया था और दोनों अलग-अलग अपने-अपने घर चले गए।
