नवगछिया – खिरनय के जीर्णोद्धार में कई मसले का हल छुपा है. नवगछिया में जाम की समस्या का अभी भी स्थाई हल नहीं निकल पाया है. वन वे ट्रेफिक सिस्टम में कई तरह की समस्याएं सामने आ रही है ऐसे में खिरनय के तटों का वैकल्पिक मार्ग के रूप में प्रयोग किया जा सकता है. दूसरी तरफ नदी के सौंदर्यीकरण से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की संभावना है. सबसे बड़ा फायदा जल संरक्षण की दिशा में मिलने वाला है.
नवगछिया का सबसे बड़ा जल संरक्षण का स्त्रोत भविष्य के लिये भी सुरक्षित हो जाएगा. खिरनय की चर्चा शुरू होते ही नवगछिया के बुद्धिजीवी समाज से कई लोग सामने आए हैं. जिसे देख अब लोगों को लगने लगा है कि खिरनय नदी के दिन अब बहुरने वाले हैं.
खिरनय की कहानी
ज्यादा समय पहले की बात नहीं है महज 60 – 70 वर्ष पहले इस नदी का जुड़ाव कोसी की मुख्य धारा से था. कालांतर में बांधों के निर्माण के कारण यह नदी कोसी की मुख्यधारा से कट गयी.
मील टोला से मख्खातकिया होते हुए नवादा तक करीब एक किलोमीटर तक कोसी की मृत हो गयी धारा को लोग खिरनय नदी के रूप में जानते हैं. मील टोला से यह नदी पश्चिम से पूरब की ओर बहती है और पुराने एक्स्चेंज ऑफिस के पास यह यू टर्न होकर दक्षिण से उत्तर बहने लगती है. फिर मख्खातकिया में यह पूरब से पश्चिम प्रवाह करती है. भागलपुर जिले के विभिन्न शहरी क्षेत्र की बात करें तो इतना बड़ा जल संचयन का स्रोत कहीं नहीं है. इस नदी में आज भी पूरे वर्ष पानी रहता है. यही कारण है कि नवगछिया शहर का आज भी वाटर लेवल काफी अच्छा है.
लंबे समय से उठ रही है जीर्णोद्धार की मांग
लंबे समय से खिरनय नदी को जीर्णोद्धार किये जाने की मांग उठती रही है लेकिन अब तक किसी भी सक्षम लोगों का ध्यान इस ओर नहीं गया. एक बार फिर स्थानीय लोगों ने नदी के अतिक्रमण का मामला उठाते हुए पदाधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है. नवगछिया के स्थानीय लोगों जिला मंत्री मुकेश राणा, आजाद हिंद मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र यादव, फाइटर जेम्स, सीएनजीएन के मीडिया प्रभारी अशोक केडिया आदि ने कहा कि अगर नदी का जीर्णोद्धार कर सौंदर्यीकरण किया जाय तो खिरनय नदी को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सकता है.
मख्खातकिया से नवगछिया स्टेशन जल यातायात मार्ग को विकसित किया जा सकता है. खिरनय में नौका विहार की भी अपार संभावना है. अगर ऐसा हुआ तो यह नवगछिया के लिये बड़ी उपलब्धि होगी.
जरूरत पड़ी तो करेंगे रीट
उच्च न्यायालय के अधिवक्ता मुकेश कुमार ने कहा कि खिरनय की दुर्दशा को देख कर वे मायूस हो जाते हैं. एक तरफ सरकार जल जीवन हरियाली को अभियान के रूप में लेकर कई तरह को योजनाओं का संचालन कर रही है. दूसरी तरफ इतने बड़े जल संचयन का स्रोत बर्बाद होने के कगार पर है. वे मामले से संबंधित पदाधिकारियों से अवगत कराएंगे और जरूरत पड़ी तो उच्च न्यायालय में रीट भी दाखिल किया जाएगा.
कहते हैं नगर अध्यक्ष प्रतिनिधि
नवगछिया के नगर अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेमसागर उर्फ डब्लू यादव ने कहा कि खरनय नदी के अतिक्रमण के संदर्भ में नगर वासियों ने संबंधित पदाधिकारी को शिकायत किया है. अतिक्रमण हटाने के बाद खिरनय नदी को लेकर एक ड्रीम प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा जा सकता है. जनप्रतिनिधियों का प्लान है कि नदी के आसपास एक पार्क को डेवलप किया जाएगा और नदी में बोटिंग और चारों तरफ लाइटिंग की भी व्यवस्था की जाएगी.
कहते हैं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी
नवगछिया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार सुमन ने कहा कि अगर नदी से अतिक्रमण हटाया जाता है तो नदी का सुंदरीकरण किया जा सकता है. यह पर्यावरण के दृष्टिकोण से काफी बेहतर होगा और नवगछिया की सामाजिकता के लिए भी यह काफी अच्छा होगा.
कहते हैं एसडीओ
नवगछिया के एसडीओ ई अखिलेश कुमार ने कहा कि नवगछिया के लोगों ने खिरनय नदी के अतिक्रमण को लेकर शिकायत की थी. जिसको लेकर नवगछिया के सीओ को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. नवगछिया के अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि इस नदी का सौंदर्यीकरण और जीर्णोध्दार कर दिए जाने से सरकार के जल संरक्षण की दिशा में चलाए जा रहे अभियान जल जीवन हरयाली को बल मिलेगा. तो दूसरी तरफ खिरनय नदी को एक वाटर पार्क के रूप में भी विकसित किया जा सकता है जो यहां के लिए एक उपलब्धि होगी.
नवगछिया के एसपी ने कहा
नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सिंह ने कहा कि खरनय के जीर्णोद्धार में नवगछिया वासियों के लिए एक बेहतरीन वैकल्पिक मार्ग छुपा है. वन वे सिस्टम लागू कर दिए जाने से मख्खातकिया से स्टेशन आने के लिए कोई सटीक मार्ग नहीं है. जीर्णोद्धार के बाद एक बेहतरीन वैकल्पिक मार्ग स्थापित किया जा सकता है. नवगछिया के एसपी ने कहा कि वे देख रहे हैं कि नदी के किनारे किनारे जगह पर निर्माण कार्य कर लिया गया है.
वे नहीं जानते हैं कि इस तरह का निर्माण अवैध है या वैध है. पदाधिकारी इसकी जांच शुरू कर चुके हैं. सिर्फ वैकल्पिक मार्ग ही नहीं खेलने के आसपास के क्षेत्र को बेहतरीन बनाया जा सकता है जो कि नवगछिया के लिए मील का पत्थर साबित होगा.