एम्स समेत देश के शीर्ष मेडिकल संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित होनेवाली अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा नीट में नवगछिया के अभिषेक कुमार ने सफलता का परचम लहराया है. कुल 720 नंबर की परीक्षा में 622 (करीब 86 फीसदी) लाने वाले अभिषेक का सपना डॉक्टर बन कर समाजेसवा करना है.
समाजसेवा की प्रेरणा उसे घर और समाज से ही मिली है. नयाटोला निवासी स्व. जगदीश चौरसिया के पौत्र और गोपाल कुमार चौरसिया के पुत्र अभिषेक की स्कूली शिक्षा बाल भारती, नवगछिया से हुई. 12वीं में उसने अपनी मेहनत और सेल्फ स्टडी से 94 फीसदी नंबर हासिल किया है. अभिषेक का परिवार स्वामी आगमानंदजी महाराज से दीक्षित है, जिनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद से उसने तैयारी के लिए पटना का रुख किया.
अभिषेक ने बताया कि बचपन से ही उसका सपना डॉक्टर बन कर समाजसेवा करने का रहा है. उसकी सफलता में उसके स्कूली शिक्षक मुरारी लाल पंसारी और पटना स्थित शिक्षण संस्थान गोल के निदेशक विपिन कुमार का हाथ रहा है.
नवगछिया बाजार के प्रो. नागेंद्र भगत, वार्ड पार्षद मुन्ना भगत, शंभु पासवान और अन्य अभिभावकों ने बधाई और शुभकामनाएं दी है. प्रो. नागेंद्र ने कहा कि इस कोरोना महामारी काल में चिकित्सकों की भूमिका ईश्वर के समकक्ष रही है. ऐसे में जरूरत है कि समाज से बच्चे निकलें, डॉक्टर बनें और सेवा कर समाज का ऋण अदा करें. अभिषेक की सफलता पर मोहल्ले और समाज के लोग भी गर्व कर रहे हैं.
अभिषेक ने कहा कि पिता और दादाजी के साथ ही उसकी दादी स्व सुशीला चौारसिया और मां नीलम चौरसिया ने भी बचपन से समाजसेवा के लिए प्रेरित करती रही हैं. अब, जबकि उसे अच्छे नंबर और रैंक हासिल हुआ है, तो उसका सपना पूरा होता दिख रहा है. उसने कहा कि खूब मेहनत कर एक बेहतर डॉक्टर बनना उसका लक्ष्य है.