ढोलबज्जा: लॉकडाउन में खैरपुर कदवा पंचायत की मनरेगा मजदूरों को काम नहीं मिलने के कारण उनकी हालत दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है. काम की तलाश में महिला मजदूर बिहार ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत मिले नियोजन कार्ड को लेकर पंचायत व अन्य जनप्रतिनिधियों के यहां भटक रही है. फिर भी उन्हें कोई रोजगार नहीं मिल पा रही है. मंगलवार को खैरपुर कदवा की राधा देवी, चमेली देवी, पुतली देवी व सानो देवी के साथ अन्य महिला मजदूरों ने अपना-अपना नियोजन कार्ड लिये जिला परिषद नंदनी सरकार के घर जा पहुंची और सभी ने नंदनी सरकार से मनरेगा में काम दिलाने की मांग कर करते हुए कह रही थी कि- हम लोगों को मनरेगा में कोई काम नहीं मिलने से स्थिति खराब होती जा रही है.
हम गरीब परिवारों को जमीन जायदाद भी नहीं है कि खेती-बाड़ी कर परिवार का भरण पोषण कर सकूं. करीब तीन महीने से लॉकडाउन में तो और स्थिति खराब हो गई है. यदि कहीं वृक्षारोपण या मिट्टी भराई का भी काम मिल जाता तो उसमें काम कर घर का खर्चा चला लेती. वार्ड सदस्य को बोलते हैं तो वह मुखिया के यहां जाने बोलता है. जब मुखिया से काम मांगते हैं तो उसने जिला परिषद के यहां भेज दिया. वहीं काम की तलाश में जिला परिषद के घर पहुंची सभी महिलाओं को नंदनी सरकार ने कहा कि- मनरेगा के तहत विभिन्न योजना की स्वीकृति के लिए जिला कार्यालय में आवेदन दिए हैं.
वहां के सभी पदाधिकारियों कोरोना संक्रमण को लेकर व्यस्त हैं. जिसके कारण काम करने की अनुमति नहीं मिल पा रही है. काम शुरू होते ही सभी को काम पर लगा दिया जाएगा. वहीं मनरेगा के पीआरएस अनिल कुमार चौरसिया ने बताया कि- अभी प्रखंड कार्यालय के पदाधिकारियों बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में व्यस्त हो जा रहे हैं. जल्द हीं खैरपुर पंचायत में मनरेगा की काम चालू करवा कर इन सभी मजदूरों को काम पर लगा दी जाएगी.