हरनाथचक के एक मकान में संचालित नर्सिंग होम में घटी घटना
24 घंटे तक प्रसव पीड़ा के बाद तड़पकर महिला नें तोड़ा दम
अस्पताल के नर्सिंग होम के बोर्ड में कई चिकित्सक के साथ उपाधीक्षक का भी नाम
नवगछिया पुलिस जिला के रंगरा थाना के हरनाथचक, मदन अहिल्या कॉलेज के सामने श्रीकांत साह के मकान में संचालित एक निजी क्लिनिक में जच्चा बच्चा के मौत पर परिजनों ने हंगामा किया. मृतक महिला खरीक थाना के रामगढ़ निवासी कृष्ण कुमार की पत्नी सुनैना देवी है. इस संबंध में पति ने जानकारी देते हुए बताया कि डिलीवरी का समय नजदीक आने पर पत्नी मायके रंगरा थाना के झल्लुदास टोला तीनटंगा दियारा चली गई थी. मायके में सुनैना को गुरुवार को ही प्रसव पीड़ा होने के पश्चात मां रंजू देवी के साथ रंगरा पीएचसी में भर्ती करवाया गया. रंगरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों ने जांच करने के पश्चात प्रसव के लिए महिला को अनुमंडल अस्पताल नवगछिया रेफर कर दिया. अनुमंडल अस्पताल में तिनटंगा दियारा की आशा कार्यकर्ता मौजूद थी. आशा कार्यकर्ता रेखा देवी ने अपना जान पहचान बढ़ाते हुए बहला फुसला कर प्रसव पीड़ित महिला को नार्मल डिलवरी के लिए हरनाथचक के निजी क्लिनिक दुर्गा तेतरी हेल्थ केयर में भर्ती करवाया. निजी क्लिनिक के बोर्ड पर कई बड़े बड़े चिकित्क का नाम हैं. जिसमें नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक बरूण कुमार, डॉ. प्रवीण कुमार, डॉ. एसके सिन्हा, डॉ. राखी सहित कई और नाम हैं.
सूत्रों के अनुसार यह क्लीनिक कोई अमित कुमार नाम का व्यक्ति संचालित करता है जो अपने आप को चिकित्सक बताता है । गुरुवार को ही रेखा आशा के द्वारा एक बजे दोपहर में महिला को प्रसव के लिए भर्ती करवाया गया.इस संबंध में
पिता सिंकदर मंडल ने बताया
महिला के परिजन से नार्मल डिलवरी के लिए 15 हजार रूपये में बात हुई. पहले फ़ीस पांच सौ रूपये लिया. जांच के नाम पर 1800 रूपये लिया.उस समय बोला गया कि एमबीबीएस डाक्टर रोगी की जांच करेंगे. एक डाक्टर आया था वह जांच करने के पश्चात चला गया. उस समय नो हजार रूपये लिया. और फिर 3500 रूपये की मांग की. शुक्रवार को जच्चा की स्थिति गंभीर होने के बाद क्लीनिक में ही उसकी मौत हो गई परिजनों का आरोप है कि वह 24 घंटे से प्रसव पीड़ा से जूझ रही थी । वहीं शुक्रवार को संध्या 5 बजे जच्चा बच्चा के मौत के पश्चात भागलपुर रेफर कर दिया. रेफर करने के बाद क्लिनिक द्वारा ही एंबुलेंस को बुलाया गया था लेकिन परिजन द्वारा जच्चा को देखने के बाद या आशंका हो गई कि उसकी जान चली गई जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया ।
मौत के पश्चात परिजन क्लिनिक में हंगाम करने लगे. क्लिनिक के सभी महिला के मौत के पश्चात फरार हो गए. घटना की सूचना पाकर नवगछिया थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. सूचना रंगरा थाना की पुलिस को दिया गया. रंगरा थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची हैं. घटना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. मृतक महिला के पिता सिकंदर मंडल ने रंगरा थाना में प्राथमिकी के लिए लिखित आवेदन दिया हैं.
घटना की जानकारी पाकर नवगछिया के बीडीओ व अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. बरूण कुमार मौके पर पहुंचे. अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक ने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर बीडीओ के साथ हम निजी क्लिनिक जांच करने के लिए पहुंचे है. निजी क्लिनिक में अस्पताल के उपाधीक्षक का भी नाम हैं इस पर बताया कि इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं हैं. अनुमंडल अस्पताल से जो भी आशा द्वारा पीड़िता को यहां पर लाई हैं उसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
वहीं इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी ऋतुराज प्रताप सिंह ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है. रंगरा थाना को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा गया है. परिजन जो भी लिखित आवेदन देंगे उस पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. दोनों के रिपोर्ट आने के पश्चात छठ पूजा के पश्चात नवगछिया में जितने भी पैथोलाजी व निजी क्लिनिक हैं सभी की जांच की जायेगी.